लखनऊ: अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष राज किशोर यादव समेत सात लोगों के खिलाफ सोमवार को हजरतगंज कोतवाली में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया। उन पर मानकों की अनदेखी कर लेखपाल पद पर भर्ती किये जाने का आरोप है।
इंस्पेक्टर हजरतगंज राधा रमण सिंह ने बताया कि लेखपाल भर्ती में बरती गई अनियमित्ताओं की जांच शासन स्तर से हुई थी। जिसकी रिपोर्ट आने पर कई लोग जांच के घेरे में आये थे। उन्होंने बताया कि सोमवार को चकबंदी उप संचालक उमेश गिरी ने अधीनस्थ सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष राज किशोर यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तहरीर दी थी।
इंस्पेक्टर के मुताबिक राज किशोर के साथ ही चयन बोर्ड में रहे सुरेश यादवए बबीता देवी लाठरए अब्दुल गनीए केशवरामए विनय श्रीवास्तव व महेश प्रसाद को भी आरोपी बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि उपसंचालक की तरफ से दी गई शिकायत के आधार पर धोखाधड़ी व दस्तावेजों में हेरफेर करने की धारा में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। इंस्पेक्टर ने यह भी बताया कि इससे पहले भी चकबंदी विभाग की तरफ से तीन मुकदमें दर्ज कराये जा चुके हैं। उनके अनुसार पहले से चल रही जांच में नई एफआईआर को भी शामिल किया जायेगा।