अनिल अंबानी (Anil ambani) की दिवालिया कंपनी रिलायंस कैपिटल लिमिटेड (Reliance capital limited) के खरीदारों की लिस्ट जारी हो गई है। रिलायंस कैपिटल ने शेयर बाजार को आवेदकों की लिस्ट सौंपी है। स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, कर्ज में डूबी रिलायंस कैपिटल (Relianca capital) के लिए कुल 55 कंपनियों ने बोली लगाई है। वहीं, 22 कंपनियों ने रिलायंस कैपिटल के साथ-साथ बिजनेस क्लस्टर के लिए भी बोली लगाई है।

बता दें कि स्टॉक एक्सचेंज ने 4 अप्रैल देर शाम को इसकी जानकारी दी है, जिसके बाद 5 और 6 अप्रैल को कंपनी के शेयर अपर सर्किट में फंसा रहा। आज बुधवार को रिलायंस कैपिटल के शेयर 4.95% की तेजी के साथ 20.15 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं। पिछले पांच ट्रेडिंग सेशंस में रिलायंस कैपिटल के शेयरों में 25.16% की तेजी देखी गई है।
ये हैं संभावित आवेदक
नागेश्वर राव वाई द्वारा जारी सूची के अनुसार, पिरामल ग्रुप, यस बैंक, ज्यूरिख इंश्योरेंस कंपनी, इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स, जिंदल पावर, डार्विन प्लेटफॉर्म ग्रुप ऑफ कंपनीज के चेयरमैन अजय हरिनाथ सिंह के नेतृत्व में एक कंसोर्टियम कुछ संभावित समाधान आवेदन हैं। बता दें कि आरबीआई ने निदेशक मंडल भंग करने के बाद नागेश्वर राव वाई को रिलायंस कैपिटल का प्रशासक नियुक्त किया था।
पीईएल फिनहोल्ड के साथ पिरामल कंसोर्टियम प्रमुख भागीदार है और इंडिया रिसर्जेंस फंड ने रिलायंस कैपिटल के लिए समग्र रूप से और साथ ही साथ व्यावसायिक क्लस्टर के लिए बोली लगाई है। पिरामल ग्रुप ने पहले भी दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड के लिए बोली लगाई थी और उसका अधिग्रहण भी किया था।
क्लस्टर I  और II के लिए 22 कंपनियों ने बोली लगाई
सभी 22 कंपनियों ने दोनों विकल्पों के लिए बोली लगाई है जबकि अन्य ने केवल चुनिंदा कारोबार समूहों के लिए बोली लगाई है। अन्य संभावित समाधान आवेदकों में अडानी फिनसर्व, ऑथम इन्वेस्टमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर, बंधन फाइनेंशियल होल्डिंग्स, ब्रुकफील्ड, एचडीएफसी एर्गो जनरल इंश्योरेंस, आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस, टोरेंट इन्वेस्टमेंट, टीपीजी एशिया और ट्रूनॉर्थ फंड शामिल हैं।
पांच कंपनियों कॉस्मी फाइनेंशियल होल्डिंग्स, हॉवेन इंटरनेशनल फंड, लिबॉर्ड फाइनेंस, श्री कृष्णा ग्रुप और यश शेयर्स एंड स्टॉक्स की बोलियों को दस्तावेजों के वेरिफिकेशन के बाद आई समस्याओं के चलते संभावित समाधान आवेदकों की सूची में शामिल नहीं किया गया है। ये आगे डाक्युमेंट्स और क्लियरीफिकेशन प्रशासक के आधार पर इन बोलियों का मूल्यांकन करने का विकल्प भी चुन सकता है।
25 मार्च थी बोली लगाने की अंतिम तारीख 
एडमिनिस्ट्रेटर ने 18 फरवरी को कंपनी के लिए बोलियां मांगने के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट जारी किया था। ईओआई जमा करने का अंतिम दिन 25 मार्च था। पहले, समय सीमा 11 मार्च तय की गई थी, लेकिन इसे दो सप्ताह के लिए बढ़ा दिया गया था क्योंकि कुछ संभावित बोलीदाताओं ने ईओआई जमा करने के लिए और समय मांगा था। 
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