चेहरे पर निखार पाने के लिए ब्लीच करना बेहतर तरीका है। इससे चेहरे पर छोटे-छोटे रोम यानी काले बाल ब्लीच की मदद से गोल्डन हो जाते हैं। इससे चेहरे पर ग्लो आ जाता है, लेकिन कई बार जरूरत से ज्यादा ब्लीच करने से त्वचा पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए ब्लीच करने के लिए सही तरीके का पता होना बहुत जरूरी है। विशेषकर तब जब आप पहली बार ब्लीच कराने जा रही हों। ब्लीच का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए? या आपकी त्वचा के लिए कौन-सी ब्लीच क्रीम परफेक्ट है? यह जानना बेहद जरूरी है।
दरअसल, ब्लीच क्रीम में हाइड्रोजन पैरा-ऑक्साइड और अमोनिया बाई-कार्बोनेट होता है, जो बाल और त्वचा के रंग को हल्का कर एक समान बना देता है। लेकिन त्वचा पर इस्तेमाल करने से पहले कुछ जरूरी बातों का भी ध्यान रखें, जैसे अमोनिया की ज्यादा मात्रा का इस्तेमाल करने से त्वचा में इन्फेक्शन होने का डर रहता है। जिससे चेहरे पर निखार पाने का बजाय नुकसान भी झेलना पड़ता है। इसलिए ब्लीच का चुनाव हमेशा त्वचा के हिसाब से ही करना चाहिए।
वैसे तो किसी खास मौके के लिए गोल्ड ब्लीच ठीक है, लेकिन स्किन टाइप के हिसाब से अगर ब्लीच की जाएं, तो अच्छा रहता है। अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है, तो आपके लिए लैक्टो ब्लीच बेहतर रहता है। इसका इफेक्ट ज्यादा तेज नहीं होता। सामान्य त्वचा के लिए ऑक्सी ब्लीच बेहतर विकल्प है। इससे त्वचा पर निखार आ जाता है। अगर आपकी रंगत साफ है, तो केसरयुक्त ब्लीच आपके लिए मुफीद है। गहरी रंगत वाली महिलाओं को पर्ल ब्लीच इस्तेमाल करना चाहिए।