अगर अपनी चिंता अपने आराध्य पर छोड़ दी जाए तो आपकी चिंता का बोझ कम हो सकता है। अधिकांश लोग जरा-जरा सी बातों पर चिंचिंत होने लगते है। सारी जिम्मेदारियों को अकेले ही सम्भाल लेना चाहते हैं। लेकिन आप ऐसा नहीं कर पाएंगें । सारी जिम्मेदारी पर आपका वश नहीं है। इसलिए जो आपके वश में न हो, उसे ईश्वर पर छोड़ पर छोड़ देना चाहिए। यह विचार आचार्य महामंडलेश्वर जूनपीठाधीश्वर अवधेशानंद गिरी जी महाराज ने व्यक्त किए। वह रविवार को गोल्फ सिटी स्थित दयाल बाग में आयोजित सत्संग मे अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।उन्होंने कहा कि व्यक्ति अपने विचार व चरित्र से बड़ा होता है। जब तक अच्छे विचार नही मिलेंगे व्यक्ति का सामाजिक विकास नही हो पायेगा। इस अवसर पर प्रसिद्ध गायक हंसराज रघुवंशी ने भजन भी प्रस्तुत किए।
सत्संग का आयोजन दयाल ग्रुप के संस्थापक एवं कुँवर्स ग्लोबल स्कूल के अध्यक्ष राजेश सिंह के संयोजकत्व में हुआ। उन्होंने अपने दिवंगत पुत्र कुँवर यशार्थ की 8वीं पुण्यतिथि पर सत्संग एवं भजन कार्यक्रम का आयोजन किया।
सत्संग का विषय ‘तनाव विसर्जन में अध्यात्म की भूमिका ‘ था। कार्यक्रम का सार था कि समाज में बढ़ती संकीर्ण मानसिकता, तनाव, डिप्रेशन, आत्महत्या जैसे विचार समाज का हनन कर रहे है । इसमें कम उम्र से लेकर ज़्यादा उम्र तक के सभी वर्गों के लोग इसकी अपनी चपेट में आ रहे हैं।
कार्यक्रम के मुख्य स्तम्भ रहे आचार्य महामंडलेश्वर जूनपीठाधीश्वर अवधेशानंद गिरी जी महाराज ने अपने ज्ञान एवं मधुर वाणी से आए श्रद्धालुओं को जीवन का मूल्य भी समझाया। उन्होंने बताया किस प्रकार अध्यात्म हर प्रकार के मानसिक कष्ट का उपाय है। उन्होंने कहा कि सही सोचिये सही बोलिये और सही करिए। उन्होंने राजेश सिंह एवं सभी कार्यकर्ताओं को इतने भव्य कार्यक्रम को सफल करने का श्रेय दिया ।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में गायक हंसराज रघुवंशी ने विख्यात शिव भजन ‘मेरा भोला है भंडारी… राधे राधे बोल मना… तेरी सेवा करूँगा…नमो नमो शिवाय…गाकर भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सत्संग समारोंह में दो हज़ार भक्तों ने हिस्सा लिया। जिसमे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व जल शक्ति मंत्री स्वत्रन्त्रदेव सिंह , अपर्णा यादव मालनी अवस्थी सहित कई गणमान्य नागरिक भी उपस्थित हुएं । कार्यक्रम का समापन प्रसाद ग्रहण से हुआ ।