कांवली रोड स्थित घर से युवती के अपहरण की सूचना देने वाले उसके परिजन खुद की बनाई कहानी में उलझ गए।
बताया गया था कि उनके घर चार महिलाएं आईं और युवती को अगवा कर ले गईं। इस पर पुलिस ने मौके पर जाकर जांच की और तत्काल मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके बाद में जब जांच की गई तो सारा मामला झूठा निकला। पता चला कि युवती अपने किसी दोस्त के साथ चली गई है और उसी ने अपनी बहनों को यह कहानी पुलिस को बताने को कहा था। अब अपहरण की झूठी सूचना देने के आरोप में पुलिस पुलिस ने परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज लिया है।
जानकारी के मुताबिक कोतवाली थाना क्षेत्र के गांधी ग्राम के एक घर से युवती का अपहरण होने की सूचना पुलिस को दी गई थी। इसके बाद पुलिस मौके पर पर पहुंची तो पाया कि यह मकान अब्दुल वहीद का है, जो कि पुताई का काम करता है। उसके तीन बेटे और तीन बेटियां हैं। एक बेटी की शादी हो चुकी है। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि उनकी बड़ी बेटी शाहना का चार महिलाओं ने अपहरण कर लिया है।
शाहना और उसके मित्र की थी कहानी
बताया गया कि महिलाएं घर में भीख मांगने के लिए आईं थी और इसी बीच शाहना को नशीला पदार्थ सूंघाकर बेहोश कर उठाकर ले गईं। मौके पर आटा चावल आदि भी बिखरा पड़ा था। मौका मुआयना करने के बाद पुलिस ने लक्ष्मण चौक पुलिस चौकी में अपहरण का मुकदमा भी दर्ज कर लिया।
एसपी सिटी प्रदीप कुमार राय ने बताया कि कोतवाली थाने की एक पुलिस टीम को तत्काल आरोपी महिलाओं की खोजबीन में लगाया गया। इस दौरान जब सीसीटीवी फुटेज चेक किए गए और स्थानीय लोगों से घटना के बारे में जानकारी ली गई। पुलिस को न तो फुटेज में महिलाओं के आने की बात पता चली और न ही लोगों ने ऐसी किन्हीं महिलाओं को वहां देखा। इस आधार पर सोनिया की सारी शिकायत झूठी निकली।
सोनिया की बातों का जब फाश हुआ तो उसने बताया कि उसकी बहन शाहना की चार माह पहले ही मुंबई के एक युवक के साथ दोस्ती हुई थी। सोमवार को उसका दोस्त शाहना को लेने देहरादून आया था। सोनिया ने बताया कि उन दोनों ने ही पुलिस और परिजनों को यह सब कहानी बताने के लिए कहा था। उन्हीं के कहने पर घर का सामान भी उलट पुलट किया गया