अगर आप अपने टेक्स्ट मैसेज यानी गूगल मैसेजेस को कंप्यूटर या टैबलेट के जरिए भेजना चाहते हैं। तो इसका तरीका बेहद आसान है। ये काम Google Messages for web के जरिए किया जा सकता है। इसके लिए अलग से किसी ऐप को डाउनलोड करने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। इससे आप सिस्टम पर दूसरे काम करते हुए भी फ्रेंड्स से चैट कर सकते हैं और जरूरी मैसेज देख सकते हैं। आइए जानते हैं इसे यूज करने का तरीका।
बता दें Google Messages for web आपके कंप्यूटर से आपके फोन पर कनेक्शन का इस्तेमाल करके SMS मैसेज भेजता है, इसलिए मोबाइल ऐप की तरह ही कैरियर फीस यहां भी लगेगी। हालांकि, ये केवल स्टैंडर्ड SMS और MMS के लिए होगा। लेकिन, RCS चैट्स के लिए केवल इंटरनेट की जरूरत होगी। साथ ही आपको ये भी बता दें कि आप अपने Google Messages अकाउंट को कई डिवाइस पर पेयर कर सकते हैं, लेकिन एक समय में केवल एक ही कंप्यूटर एक्टिव हो सकता है।
फोन पर ये चीजें होंगी जरूरी:
Google Messages का लेटेस्ट वर्जन।
Wi-Fi या डेटा कनेक्शन।
Android 5.0 या उससे ऊपर का वर्जन।
कंप्यूटर पर ये चीजें होंगी जरूरी:
इनमें से कोई एक वेब ब्राउजर: Chrome, Mozilla Firefox, Safari, या Microsoft Edge। ये Internet Explorer पर उपलब्ध नहीं है।
एक इंटरनेट कनेक्शन।
टिप: अगर आप अपना फोन इस्तेमाल करते हैं तो आपसे डेटा के लिए चार्ज लिया जा सकता है। एक्स्ट्रा चार्ज से बचने के लिए, अपने फोन को Wi-Fi से कनेक्ट करें।
Google Messages for web ऐसे करें सेट:
अपने फोन पर, Google Messages ओपन करें।
टॉप राइट से अपने अकाउंट मेन्यू पर टैप करें और फिर Device Pairing पर टैप करें।
अगर आपको अपने Google अकाउंट से साइन इन करने का प्रॉम्प्ट मिलता है, तो वह अकाउंट चुनें जिसे आप Google Messages के साथ इस्तेमाल करना चाहते हैं और जारी रखें।
अपने कंप्यूटर पर, Chrome या Safari जैसे ब्राउजर में, वेब के लिए Google Messages ओपन करें।
अपने फोन पर चुने गए उसी Google अकाउंट से वेब के लिए Google Messages में साइन इन करें।
आपके फोन पर, आपको Google Messages में 3 इमोजी वाला एक डायलॉग दिखेगा, उस इमोजी पर टैप करें जो आपके कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखाए गए इमोजी से मैच करता हो।
पेयरिंग पूरी होने पर आपका फोन वाइब्रेट करेगा और आप अपने मैसेज अपनी कंप्यूटर स्क्रीन पर देख सकते हैं।
जरूरी बात:
आपके लेटेस्ट कन्वर्सेशन थ्रेड, कॉन्टैक्ट और दूसरी सेटिंग्स आपके ब्राउजर पर एन्क्रिप्ट और कैश (cached) हो जाएंगी।
अगर आप कुछ हफ्तों तक अपने Google Messages अकाउंट का इस्तेमाल नहीं करते हैं, तो सिक्योरिटी कारणों से आपका पेयरिंग अपने आप अनपेयर हो जाएगा।
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