एक्ट्रेस आयशा टाकिया शादी के बाद फिल्मों और ग्लैमर की दुनिया से पूरी तरह दूर हो गई थीं. लेकिन अपने ससुर और सपा नेता अबु आजमी के महिलाओं के लिए दिए जाने वाले विवादास्पद बयानों के चलते आयशा टाकिया का नाम सुर्खियों में आता रहा है.
आयशा अक्सर अपने ससुर की राय से अलग मत रखते हुए और उसे सामने रखते हुए देखी गई हैं. आयशा से बात करते हुए कहा है कि दरअसल इसका कारण सोच में अंतर है और संवाद के माध्यम से ही इन अंतरों को सुलझाया जा सकता है. आयशा टाकिया ने समाजवादी नेता अबु आजमी के बेटे फरहान आजमी से साल 2009 में शादी की थी और अब उनके एक बेटा है.
लंबे समय से फिल्मों से दूर हुई आयशा एक बार फिर फिल्मों की तरफ रुख कर रही हैं. हाल ही में आयशा टाकिया के म्यूजिक वीडियो में नजर आई हैं. आयशा टाकिया ने मिड-डे से बात करते हुए कहा, ‘जब कोई लोगों की नजर में होता है तो उसके शब्दों के चुनाव पर काफी ध्यान दिया जाता है. मुझे लगता है कि सोच में अंतर और जनरेशन गैप असली समस्या है. मेरी और उनकी (उनके ससुर अबु आजमी) सोच में अंतर है, जो ठीक है. एक सेलेब्रिटी होने के नाते मैं इसे अपने लिए एक तरक्की के तौर पर ही देखती हूं कि मुझसे उन चीजों पर भी राय मांगी जा रही है जो मैंने कही ही नहीं हैं.’
आयशा ने कहा, ‘हम एक दूसरे से बात कर किसी भी मुद्दे को सुलझाने की कोशिश करते हैं. मुझे लगता है कि हर घर में ऐसा ही होता है. हमारे बीच में बहुत प्यार है और हम एक दूसरे की बहुत इज्जत करते हैं.’
बता दें कि अबु आजमी ने साल 2014 में अपने एक बयान में कहा था, ‘कोई भी महिला, चाहे वह शादीशुदा हो या कुंवारी, अगर किसी मर्द के साथ अपनी मर्जी से या बिना मर्जी के जाए तो उसे फांसी दे देनी चाहिए. दोनों को फांसी दे देनी चाहिए. अगर कोई महिला मर्जी से जाए तो भी ऐसा होना चाहिए.’ यह बयान अबु आजमी ने महिलाओं के साथ होने वाले बलात्कार के संदर्भ में दिया था. इसके तुरंत बात आएशा टाकिया ने ट्वीट किया था.
बाद में अबु आजमी ने भी अपने बयान पर सफाई देने की कोशिश की थी. कुछ महीनों पहले भी अबु आजमी ने महिलाओं के कपड़े पहनने पर अपना विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था, ‘इस नए जमाने में, जो महिला जितने कम कपड़े पहने उसे उतना मॉर्डन और पढ़ा-लिखा माना जाता है. और यह देश में लगातार बढ़ रहा है. यह हमारी संस्कृति पर कलंक है.’