अफगानिस्तान के युवा बल्लेबाज एहसानुल्लाह जनत पर पांच साल का प्रतिबंध लगाया गया है। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने तत्काल प्रभाव से जनत पर सभी क्रिकेट गतिविधियों में हिस्सा लेने पर प्रतिबंध लगा दिया है। एहसानुल्लाह जनत पर टी20 लीग के दूसरे संस्करण के दौरान मैच फिक्सिंग का आरोप लगा। एसीबी ने कहा कि जनत को दोषी पाने के बाद तीन अन्य खिलाड़ियों पर मैच फिक्सिंग की जांच की गई।
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने युवा बल्लेबाज एहसानुल्लाह जनत पर पांच साल के लिए क्रिकेट की सभी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया है। जनत पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगा, जिसे उन्होंने स्वीकार किया है।
एहसानुल्लाह जनत को काबुल प्रीमियर लीग के दूसरे संस्करण के दौरान मैच फिक्सिंग का दोषी पाया गया। अफगानिस्तान के खिलाड़ी ने एसीबी और आईसीसी भ्रष्टाचार विरोधी संहिंता के उल्लंघन करने के आरोपों को स्वीकार किया है।
26 साल के एहसानुल्लाह जनत ने 2017 में डेब्यू किया था। उन्होंने तीन टेस्ट, 16 वनडे और एक टी20 इंटरनेशनल मैच में अफगानिस्तान का प्रतिनिधित्व किया। जनत को प्रतिभाशाली क्रिकेटर माना जाता था, जिनके बारे में यह भी कहा गया कि उनको कम उम्र में डेब्यू कराया गया। इस वजह से उनकी यात्रा मुश्किल हो गई।
एसीबी ने जारी किया बयान
जनत को आईसीसी की भ्रष्टाचार विरोधी संहिंता के आर्टिकल 2.1.1 के उल्लंघन का दोषी पाया गया, जिसमें मैच के नतीजे, प्रगति या अन्य पहलु को फिक्स करने में प्रभाव या प्रयास करना शामिल है। उल्लंघन के कारण जनत पर सभी क्रिकेट संबंधित गतिविधियों से पांच साल का प्रतिबंध लगाया गया है। जनत ने आरोपों को स्वीकार किया और माना की भ्रष्ट गतिविधियों में लिप्त थे।”
अन्य खिलाड़ियों पर शुरू हुई जांच
यह जनत ही नहीं बल्कि अफगानिस्तान क्रिकेट के लिए भी जोरदार झटका है। केपीएल को बढ़ाने में एसीबी ने अहम भूमिका निभानी है, लेकिन इस मामले के बाद उसकी विश्वसनीयता पर संदेह की स्थिति बन गई है।
बहरहाल, एसीबी ने बताया कि एहसानुल्लाह जनत को दोषी पाने के बाद बोर्ड ने तीन अन्य खिलाड़ियों के खिलाफ मैच फिक्सिंग की जांच शुरू की।
बयान में कहा गया, ”एसीबी की भ्रष्टाचार विरोधी ईकाई ने खुलासा किया कि तीन अन्य सदस्यों पर भी मैच फिक्सिंग का आरोप है और जांच शुरू हो गई है। इनके आरोप साबित होने पर कोई फैसला आगे लिया जाएगा।”