यूपी के पूर्व कद्दावर मंत्री आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम ने रामपुर की स्वार सीट से पहले ही चुनाव में एक नई इबारत लिख दी. पिता आजम से ज्यादा मतों के अंतर से जीत दर्ज कराते हुए अब्दुल्ला ने साबित कर दिया है कि लोकप्रियता में वह भी कम नहीं हैं.
बता दें, कि महज 26 साल के अब्दुल्ला आजम खां अब से पहले वह कभी राजनीति में नहीं रहे.नोएडा की गलगोटिया यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी की डिग्री लेकर जौहर विश्वविद्यालय का सीईओ बने.उन्होंने राजनीति सफर की शुरूआत ही विधानसभा चुनाव से की.
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वहीं समाजवादी पार्टी में अंदरूनी कलह के बावजूद मुलायम सिंह यादव से लेकर अखिलेश यादव तक की सूची में स्वार से अब्दुल्ला को ही प्रत्याशी बनाया गया था. उन्होंने न सिर्फ जीत दर्ज कराई बल्कि, पांच बार से विधायक नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां का दुर्ग ढहाते हुए तीसरे पायदान पर लाकर खड़ा कर दिया.
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