एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की ताइक्वांडो खिलाड़ी ने ऑल इंडिया ताइक्वांडो संघ के सह सचिव संजय शर्मा पर यौन शोषण व दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। वर्तमान में संजय शर्मा बोकारो जेल में बंद है। शर्मा पर एक और ताइक्वांडो खिलाड़ी ने पूर्व में दुष्कर्म और यौन शोषण का आरोप लगाया था।जानकारी के अनुसार कोच का लंबे समय तक अत्याचार सहने के बाद अंततः पीड़ित खिलाड़ी दिल्ली में जीरो प्राथमिकी दर्ज कराई। जीरो प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद तमाम कागजात गिरिडीह एसपी को भेज दिये गए। एसपी के आदेश पर मंगलवार को नगर थाना में खिलाड़ी के कोच रहे संजय शर्मा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई। इधर, प्राथमिकी दर्ज होते ही लड़की अपने माता-पिता के साथ गिरिडीह नगर थाना पहुंच गई। मंगलवार को नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई।
अंतरराष्ट्रीय ताइक्वांडो खिलाड़ी ने कहा है कि उसकी वह अपने मम्मी, पापा और भाई के साथ धनबाद में रहती है। उसने वर्ष 2016 में 12वीं कक्षा पास की थी और अभी स्नातक कर रही है। वर्ष 2010 में उसने स्कूल में ताइक्वांडो खेलना शुरू किया। साल 2012 में संजय शर्मा से प्रशिक्षण लेना शुरू किया।
कोच संजय शर्मा हरवक्त उससे छेड़छाड़ करता था और शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव बनाने लगा। वर्ष 2013 में गिरिडीह में हो रहे चैंपियनशिप के दौरान उसने परिसदन भवन में पानी में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया, जिससे वह बेहोश हो गई। इसके बाद उसने उसके साथ दुष्कर्म किया।
संजय ने इस कुकृत्य का वीडियो बना लिया। इसके बाद वह उसका जबरन शारीरिक शोषण करने लगा। विरोध करने पर वीडियो को वायरल करने की धमकी देता था। साथ ही विभिन्न तरह से प्रताड़ित भी करता था। सादे कागज पर हस्ताक्षर करा लेता था। साथ ही प्रमाण-पत्र भी नहीं देता था। करीब दो साल तक वह उसका यौन शोषण करता रहा। लेकिन अब किसी तरह हिम्मत जुटा कर केस करने के लिए आगे आयी है।
दिल्ली में कराना चाहती केस
पीड़िता ने कहा है कि यह केस वह दिल्ली में करना चाहती है, क्योंकि झारखंड में आरोपी की पहुंच ऊपर तक है। वह कहता है कि पुलिस उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती है।
आरोपी भी धनबाद का रहने वाला
पीड़िता ने कहा है कि आरोपी संजय शर्मा बीएसएनएल टेलीफोन एक्सचेंज रोड, बैंक मोड़, धनबाद का रहने वाला है। बोकारो की एक लड़की ने भी संजय पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। वह फिलहाल इस मामले में बोकारो जेल में बंद है। ऐसे व्यक्ति पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।