भाजपा अध्यक्ष बनने के बाद से ही संसदीय राजनीति से दूर रहने वाले अमित शाह गुजरात से संसदीय पारी की शुरुआत करेंगे। पार्टी ने उन्हें गुजरात से राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है। पार्टी ने गुजरात से ही केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को दोबारा उच्च सदन भेजने का फैसला किया है।
उधर, संपतिया उइके को मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है। पार्टी की निगाह गुजरात की तीसरी सीट पर भी है। अगर हाल ही में कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले वरिष्ठ नेता शंकर सिंह वाघेला के गुट के 12 विधायकों ने समर्थन का पुख्ता भरोसा दिया तो पार्टी यहां कांग्रेस महासचिव अहमद पटेल को शिकस्त देने के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा करेगी।
गौरतलब है कि अध्यक्ष बनने के बाद शाह ने राज्यसभा की सदस्यता लेने के लिए लगातार इनकार किया था। मगर अब पार्टी नेतृत्व ने उन्हें गुजरात से उम्मीदवार बनाया है। शाह गुजरात से विधायक भी हैं।
चूंकि वहां विधानसभा चुनाव इसी साल होने हैं, ऐसे में उनके इस्तीफा देने के बाद भी उनकी सीट पर उपचुनाव नहीं होगा। पार्टी सूत्रों ने बताया कि पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे के निधन से खाली हुई सीट पर महासचिव राममाधव के नाम पर भी चर्चा हुई। मगर सहमति आदिवासी वर्ग से जुड़ी संपतिया उइके पर बनी।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि पार्टी गुजरात में तीसरा उम्मीदवार खड़ा करने की तैयारी कर रही है। मगर इसके लिए स्थानीय नेताओं की रिपोर्ट का इंतजार है। पहले दौर की बातचीत में वाघेला गुट के 12 विधायकों ने भाजपा को साथ देने का भरोसा दिया था।
अब स्थानीय नेता एक बार फिर से इन विधायकों का मन टटोलेंगे। इन विधायकों ने राष्ट्रपति चुनाव में भी राजग उम्मीदवार के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की थी। अगर वाघेला सहमत हुए तो कांग्रेस महासचिव अहमद पटेल के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है।