लखनऊ: कर्नाटक कैडर के आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की मौत की गुत्थी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सुलझने की उम्मीद थी पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने मौत के बारे में कुछ स्पष्टï नहीं कहा गया। वहीं मामले को संदिग्ध व हाईप्रोफाइल देखते हुए गुरुवार को एसएसपी ने आईएएस अधिकारी की मौत की जांच करने के लिए एक एसआईटी का गठन कर दिया।
एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि परिवार वालों इस बात का जानना चाह रहे थे कि आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की मौत किन परिस्थितियों में कैसे हुई? इस बात का जवाब तलाशने के लिए एसएसपी ने गुरुवार को एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी को आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की मौत के संबंध में हर के बिंदू पर छानबीन करने का आदेश दिया गया है। एसएसपी ने बताया कि सीओ हजरतगंज अवनिश कुमार मिश्र के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है। इस एसआईटी में इंसपेक्टर हजरतगंज, इंस्पेक्टर गाजीपुर, इंस्पेक्टर हसनगंज व एसओ मडिय़ांव को लगा गया है।
एसआईटी की टीम आईएएस अधिकारी लखनऊ आने से लेकर उनकी मौत के दिन तक हर के लिए गतिविधि की जांच करेगी। वह किन-किन लोगों से मिले और कहां-कहां गये सभी पहलुओं पर एसआईटी को जांच के लिए कहा गया है। एसएसपी का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ था कि आईएएस अधिकारी की मौत ओक्सजीन लेविल कम होने की वजह से हुई थी। इस बात की पुष्टिï पोस्टमार्टम रिपोर्ट में की गयी थी। वहीं उनके शरीर पर चोट के 6 निशान मिले है। यह सभी चोट ऐसी हैं जिनकी वजह से मौत नहीं हो सकती है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के कारण का साफ तौर पर स्पष्टï नहीं किया गया था। डाक्टरों ने विसरा परिक्षण के भेजा है। उम्मीद है कि विसरा रिपोर्ट आने के बाद मौत का सही कारण पता चल सकता है। आईएएस अधिकारी अनुराग की मौत के मामले में अभी पुलिस के अधिकारी इस बात का मान रहे हैं कि उनकी मौत अचानक किसी तरह का दौरा पडऩे से हुई है। अभी तक किसी तरह के आपराधिक घटना का कोई साक्ष्य पुलिस को नहीं मिला है।
सुबह शव लेकर घर रवाना हो गये परिवार के लोग
आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की मौत के मामले में परिवार के लोग उनके साथ अनहोनी की आशंका जता रहे थे। परिवार के लोगों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट संतुष्टï नहीं थे। उन लोगों ने दोबार से पोस्टमार्टम कराये जाने की बात कही थी। परिवार के इस मांग के बाद पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गये थे। अधिकारियों को समझ में नहीं आ रहा था कि एक बार पोस्टमार्टम हो जाने के बाद दोबारा से पोस्टमार्टम कराने से कोई फायदा नहीं होगा। इसके बाद पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने इस संबंध में आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी के परिवार वालों से बातचीत की। बातचीत के बाद परिवार के लोगों को लगा कि फिर से पोस्टमार्टम कराने से कोई तथ्य नहीं बदलेंगे और वह लोग दोबारा पोस्टमार्टम न कराने की बात पर राजी हो गये। इसके बाद गुरुवार की सुबह परिवार के लोग आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी का शव लेकर गृह जनपद बहराइच चले गये।