500 और 2000 रुपए के नए नोटों का चलन अब पूरे देश में है। आम लोगों के बीच जितनी तेजी से इन नोटों ने अपनी पहुंच बनाई वाकयी यह सरकार की बड़ी सफलता रही। हर किसी के हाथ में ये नोट नजर आ रहे हैं। लेकिन इसके बाद एक बड़ी विफलता भी सामने आती है और वो है नए नोटों की असल पहचान लोगों को न हो पाना।जानिए क्यों अचानक बिगड़ा गया शिवपाल यादव का मूड!, जब हुई ये बात…
दरअसल, लोगों को अभी तक यह जानकारी नहीं है कि 500 और 2000 रुपए के असली और नकली नोट में फर्क क्या है। जब तक लोगों को असली नोट की मूल पहचान नहीं मालूम होगी उन्हें आसानी से कोई भी नकली नोट पकड़ा कर मूर्ख बना सकता है। सबसे बड़ी बात इस जानकारी का अभाव सरकार के लिए बड़ा खतरा भी साबित हो सकता है क्योंकि इस से फिर से नकली नोटों का चलन देश में शुरू हो जाएगा।
यह मसला जितनी गंभीरता से लिया जाए उतना ही बेहतर होगा। इसे समझते हुए हम आम पाठकों को आज 500 और 2000 रुपए के नए नोटों की असल पहचान बताने जा रहे हैं ताकि वे नकली नोट देखकर गच्चा ना खा सकें। सबसे पहले हम जानेंगे 2000 रुपये के नए नोट के बारे में। इस नोट में 17 सिक्यॉरिटी फीचर्स हैं जो नोटों के असली होने का सबूत देता है।
आंखों के सामने 45 डिग्री पर रखने से यहां नोट के अंदर 2000 लिखा मिलेगा।
यहां पर देवनागरी लिपि (हिंदी भाषा के अंक) में रुपये के चिह्न (₹) के साथ 2000 अंकित है।
नोट के बीच में महात्मा गांधी की तस्वीर है।
ध्यान से देखने पर यहां पर RBI और 2000 लिखे मिलेंगे।
इस सिक्यॉरिटी थ्रेड में देवनागरी लिपि में भारत और 2000 लिखे हैं। साथ ही ऊपर से इसका हरा दिखने वाला रंग नोट को टेढ़ा करने पर नीला हो जाता है।
मैं धारक को दो हज़ार रुपये अदा करने का वचन देता हूँ। साथ में हिंदी में गवर्नर (उर्जित आर पटेल) का दस्तखत।
नीचे- I PROMISE TO PAY THE BEARER THE SUM OF TWO THOUSAND RUPEES के साथ गवर्नर का अंग्रेजी में हस्ताक्षर।
दाहिने RBI का प्रतीक चिह्न।
महात्मा गांधी की तस्वीर का वॉटरमार्क और इलेक्ट्रोटाइप 2000 वॉटरमार्क।
नंबर पैनल पर नोट के ऊपर बाएं हिस्से में और नीचे दाहिने हिस्से में छोटे से बड़े होते अंक लिखे हैं।
यहां पर रुपये के चिह्न के साथ 2000 अंकित है। इसका रंग भी बदलता है।
नोट के दाहिने हिस्से में यहां अशोक स्तंभ की प्रतीकात्मक तस्वीर है और नीचे सत्यमेव जयते लिखा है। दृष्टिहीनों के लिए महात्मा गांधी और अशोक स्तंभ की तस्वीरें उभरी हुई हैं।
यहां पर क्षैतिज (हॉरिजॉंटल) आयत में 2000 का प्रिंट उभरा हुआ है।
नोट के बाएं और दाहिने भाग में कोण बनाते हुए सात लाइनें खींची हुई हैं।
यहां पर नोट छपाई का साल लिखा होता है।
यहां पर ‘एक कदम स्वच्छता की ओर’ के साथ स्वच्छ भारत अभियान का लोगो (गांधी जी के चश्मे के बाएं ‘शीशे’ में स्वच्छ और दाहिने में ‘भारत’लिखा) है।
यहां पर 15 भाषाओं में 2 हजार रुपया लिखा है।
यहां पर मंगलयान का नमूना है।
और, ये रहे एक साथ सारे सिक्यॉरिटी फीचर्स।
ऐसे पहचानें 500 के असली नए नोट
नोट को लाइट के सामने रखने पर यहां 500 लिखा दिखेगा। आंख के सामने 45 डिग्री के एंगल पर रखने पर यहां 500 लिखा दिखेगा। नोट पर देवनागरी में 500 लिखा दिखेगा। साथ ही पुराने नोट की तुलना में महात्मा गांधी की तस्वीर का ओरिएंटेशन और पोजिशन थोड़ा अलग है।
नोट को हल्का से मोड़ने पर सिक्योरिटी थ्रीड का कलर हरा से नीला हो जाता है। पुराने नोट की तुलना में गारंटी क्लॉज, गवर्नर के सिग्नेचर, प्रॉमिस क्लॉज और आरबीआई का लोगो दाहिनी तरफ शिफ्ट हो गया है।
यहां महात्मा गांधी की तस्वीर और इलेक्ट्रोटाइप वाटरमार्क है। ऊपर में सबसे बाईं तरफ और नीचे में सबसे दाहिने तरफ लिखे नंबर बाएं से दाएं तरफ बड़े होते जाते हैं। यहां लिखे नंबर 500 का रंग बदलता है. इसका कलर हरा से नीला हो जाता है। दाहिनी तरफ अशोक स्तम्भ है।
दृष्टिहीनों के लिए
महात्मा गांधी की तस्वीर, अशोक स्तम्भ के प्रतीक, ब्लीड लाइन और पहचान चिन्ह खुरदरे से हैं। दाहिनी तरफ सर्कल बॉक्स जिसमें 500 लिखा है।दाहिनी और बाईं तरफ 5 ब्लीड लाइंस हैं जो खुरदरे हैं।
पीछे की तरफ
नोट की प्रिंटिंग का साल लिखा हुआ है। स्लोगन के साथ स्वच्छ भारत का लोगो छपा है। सेंटर की तरफ लैंग्वेज पैनल और भारतीय ध्वज के साथ लाल किले की तस्वीर है। देवनागरी में 500 लिखा है।