इसके बाद एयरलाइंस डाटाबेस आपकी फ्लाइट के बारे में जानकारी देगा। इसके लिए आपके पास तीन डॉक्यूमेंटस की जरूरत होगी। इसमें पेपर आईडी कार्ड, पेपर टिकट और बोर्डिंग कार्ड की जरूरत होगी।
अथॉरिटी चेयरमैन गुरुप्रसाद मोहपात्रा ने कहा कि यात्रियों को टिकट बुक करते समय ही अपना आधार कार्ड लिंक करना होगा। यह एयरपोर्ट पर एंट्री करने के दौरान ही ई-गेट आपका बार कोड पढ़ लेगा इससे आपकी यात्रा की सभी जानकारी मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि इससे यात्रियों को काफी लाभ मिलेगा। साथ ही सिक्योरिटी का भी पूरा ध्यान रहेगा।
नागर विमानन मंत्रालय एक डिजि यात्रा स्कीम लेकर के आ रही है, जिसके बाद इस तरह से यात्रा हो सकेगी। अभी यात्रियों को बोर्डिंग पास लेने और एयरपोर्ट में प्रवेश करने के लिए आईडी प्रूफ और टिकट लेकर के जाना पड़ता है।
इसकी जांच होने के बाद ही एयरपोर्ट में प्रवेश मिलता है। इस बारे में जानकारी देते हुए नागर विमानन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि जब हवाई यात्रा में जब पेमेंट डिजिटल तरीके से होने लगा है , तो बोर्डिंग पास क्यों नहीं डिजिटल हो सकता है। इस योजना को अगले कुछ महीनों में लागू होगा।
नहीं पड़ेगी पेपर की आवश्यकता
सीआईआई के एक समारोह में बोलते हुए सिन्हा ने कहा कि यात्रा करने के लिए किसी तरह के पेपर डॉक्यूमेंट की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। लोग अपने मोबाइल फोन एयरपोर्ट के लिए कैब बुक कर सकेंगे, एयरपोर्ट में प्रवेश पा सकेंगे, डिजिटल बोर्डिंग पास मिलेगा और वापसी में इसी तरह की प्रक्रिया अपनाकर के घर पहुंच सकेंगे।