सहारनपुर: यूपी के सहारपुर जनपद में कुछ समय पहले दलित व ठाकुर पक्ष के बीच हुए संघर्ष के बाद नया मोड़ आ गया है। दलित समाज के लोगों ने अब अपना आक्रोश व्यक्त करने के लिए नया रास्ता अपनाया है।
गुरुवार को दलित समाज के अनेक लोगों ने शासन और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए देवी-देवताओं के चित्रों और प्रतिमाओं का विसर्जन बड़ी नहर में कर दिया। 180 परिवारों के हिन्दू धर्म छोडऩे का दावा किया है। इनका कहना था कि दलित समाज का उत्पीडऩ हो रहा है और भीम आर्मी के खिलाफ हो रही कार्रवाई भी गलत है जिसके विरोध स्वरूप वह हिन्दू धर्म छोड़ रहे हैं। क्षेत्र के गांव रुपड़ी, कपूरपुर, ईघरी, उनाली और बाढ़ी माजरा के दलित परिवारों के अनेक लोग गुरुवार को मानकमऊ पर स्थित बड़ी नहर के छठ पूजा घाट पर पहुंचे। यहां पर उन्होंने शासन और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
इन लोगों का कहना था का सहारनपुर में हुर्ई हिंसा के मामले में भीम आर्मी और दलित समाज के लोगों के खिलाफ जो कार्रवाई हो रही है वह लोग उसके खिलाफ हैं और पूरे समाज में इसको लेकर जबरदस्त आक्रोश है। भीम आर्मी के लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। दलित समाज के लोगों का उत्पीडऩ हो रहा है। हमारी गिनती हिन्दुओं में होती है लेकिन कोई सुविधा नहीं मिलती। उनके द्वारा हिन्दू धर्म त्यागने का भी ऐलान किया गया। इस बारे में एसएसपी सुभाष चंद्र दुबे ने कहा कि जिन गांवों के लोगों ने यह प्रदर्शन किया है उसमेें से कई लोगों के खिलाफ रिपोर्ट है।
गिरफ्तारी न हो इसलिए उन्होंने मामले को मोडऩे के लिए यह असफल प्रयास किया है। लेकिन सहारनपुर का माहौल बिगाडऩे वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। किसी भी तरह के अनुचित दबाव से पुलिस कार्रवाई प्रभावित नहीं होगी।