Delhi Hospital Admission Guideline: दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार ने सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को दिल्ली के लोगों के लिए संरक्षित कर दिया है। इसके तहत सिर्फ दिल्ली के लोग ही इन अस्पतालों में इलाज करवा सकेंगे। आइये जानते हैं कि दिल्ली के अस्पतालों में इलाज के लिए कौन से कागजात मरीज को दिखाने होंगे।
इलाज के लिए दिखाना होगा दिल्ली का पहचान पत्र
- मतदाता पहचान पत्र (Voter Identity Card)
- बैंक पासबुक (Bank Pass book)
- पोस्ट ऑफिस पासबुक (Post office passbook)
- राशन कार्ड (Ration Card)
- पासपोर्ट (Passport)
- ड्राइविंग लाइसेंस (Driving Liecence)
- इसके अलावा, इनकम टैक्स रिटर्न को आधार मानकर मरीजों को अस्पतालों में भर्ती किया जा सकता है।
- इसी के साथ मरीज या उनके निकट परिजन, जैसे- माता-पिता या पति/पत्नी के नाम के पानी, टेलीफोन या बिजली के बिल को भी एड्रेस प्रूफ मानकर अस्पताल मरीज को भर्ती कर सकते हैं।
- अगर दिल्ली के अस्पताल में इलाज कराना है तो अब दिल्ली की अपनी पहचान भी दिखानी होगी।
- पहचान के तौर पर वे सभी दस्तावेज मान्य होंगें जो यह प्रदर्शित करेंगे कि आप दिल्ली के निवासी हैं।
यहां पर बता दें कि दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, इसलिए दिल्ली सरकार ने राज्य के अस्पतालों में सिर्फ यहां के निवासियों के लिए ही इलाज का एलान किया है।
बता दें कि गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. महेश वर्मा (Vice Chancellor of Guru Govind Singh Indraprastha University, Dr. Mahesh Verma) के नेतृत्व में गठित पांच डॉक्टरों की कमेटी ने दिल्ली सरकार को आगाह किया है कि 15 जुलाई तक दिल्ली के अस्पतालों में 45 हजार बेड की जरूरत होगी।
वहीं, दिल्ली में एक-दो दिन के दौरान ही 30,000 से ज्यादा कोरोना मरीज हो सकते हैं। उधर, दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए पूरे इंतजाम करने का दावा किया है। इसके लिए जरूरत पड़ी तो दिल्ली के होटलों को भी अस्पतालों में तब्दील किया जाएगा।