पेमेंट कंपनी Paytm के IPO से तस्वीर साफ हो गई. Paytm ने मार्केट रेगुलेटर SEBI के सामने जो मसौदा पेश किया है उसके मुताबिक 16600 करोड़ रुपये का IPO लेकर आएगी. कंपनी ने आज मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास DRHP दाखिल कर दिया है. अगर सेबी की मंजूरी मिलती है तो यह अबतक का सबसे बड़ा IPO होगा. आपको बता दें कि Paytm की पेरेंट कंपनी One97 Communications है.
8300 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर जारी होंगे
Paytm के IPO में 8300 करोड़ रुपए के फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे, जबकि 8300 करोड़ रुपए का ऑफर फॉर सेल (OFS) भी होगा. जिसमें मौजूदा इनवेस्टर्स अपने शेयर बेच सकेंगे. इसके अलावा कंपनी एक्स्ट्रा 2,000 करोड़ रुपए के शेयर जारी कर सकती है. प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए 2000 करोड़ रुपए के इश्यू पर विचार किया जाएगा. बता दें कि Paytm के IPO लांच करने के प्रस्ताव को पिछले महीने जून की शुरुआत में कंपनी के बोर्ड से मंजूरी मिली थी.
क्या होगा प्राइस बैंड?
साइज के हिसाब ये अबतक का सबसे बड़ा IPO होगा. इसके पहले Coal India का IPO साल 2010 में आया था और कंपनी ने इसके जरिए 15200 करोड़ रुपये जुटाए थे. Paytm के IPO का साइज तो तय हो गया है लेकिन इसका प्राइस बैंड अभी तय होना बाकी है. इसे सब्सक्रिप्शन के लिए IPO ओपनिंग से पहले तय किया जा सकता है.
कई बड़े ब्रोकरेज IPO से जुड़े
Paytm IPO के लिए मॉर्गन स्टैनलरी इंडिया, गोल्डमैन सैक्स, और एक्सिस कैपिटल को ज्वॉइंट ग्लोबल को-ऑर्डिनेटर BRLM (Book Running Lead Manager) नियुक्त किया गया है. वहीं ICICI सिक्योरिटीज, जेपी मॉर्गन इंडिया, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट इंडिया और HDFC बैंक को शेयर इश्यू के लिए बुक रनिंग लीड मैनेजर नियुक्त किया गया है. Link Intime India को रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है.
Paytm के मैनेजमेंट में बड़े बदलाव
Paytm के IPO में 75 परसेंट हिस्सा क्वॉलीफाइड इंस्टिट्यूशनल बायर्स (QIB) के सुरक्षित रखा गया है. इसमें 60 परसेंट तक एंकर इन्वेस्टर्स के लिए सुरक्षित रखा जा सकता है. नेट ऑफर का 15 परसेंट नॉन इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए हो सकता है. सिर्फ 10 परसेंट ही रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए सुरक्षित रखा जा सकता है. IPO से पहले ही कंपनी ने पिछले हफ्ते ही अपने मैनेजमेंट में बड़ा फेर बदल किया है. बोर्ड में शामिल सभी चीनी नागरिकों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. उनकी जगह अमेरिकी और भारतीयों को नियुक्त किया गया है. हालांकि मौजूदा शेयर होल्डिंग्स में कोई बदलाव नहीं किया गया है.