सचिवालय में शुक्रवार से ई-ऑफिस सिस्टम पर काम शुरू हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानभवन के तिलक हाल में इसका शुभारंभ किया।बड़ी खबर: 2.1 लाख फर्जी कंपनियों की संपत्तियों पर केंद्र की नजर, राज्यों से मांगी अपील
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सिस्टम पारदर्शिता, समयबद्धता और जवाबदेही सुनिश्चित करेगा। पहले चरण में 20 विभाग ई-ऑफिस से जोड़े गए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालने के बाद सचिवालय की पत्रावलियां तीन दिन में निस्तारित करने की समय सीमा तय की थी।
लेकिन मॉनीटरिंग का कोई सिस्टम न होने से यह पता करना संभव नहीं हो पा रहा था कि वास्तव में इस निर्देश पर अमल हो भी रहा है या नहीं।
इसके बाद योगी ने समय से पत्रावलियों के निस्तारण के लिए सचिवालय से जिलों तक के प्रशासनिक कार्यालयों को ई-ऑफिस सिस्टम पर लाने का निर्देश दिया था।
इससे इन विभागों में में तय समय सीमा के भीतर काम हो सकेंगे। देरी पर अफसरों की जवाबदेही तय की जा सकेगी। किस स्तर पर कौन से मामले हैं, वरिष्ठ अधिकारी इसकी मॉनीटरिंग कर सकेंगे।