अगर इस समय आपको डाटा स्टोर करना हो तो आपके सीटी, क्लाउड, पेन ड्राइव जैसे तमाम विक्ल्प मौजूद हैं, लेकिन भविष्य में डाटा स्टोर करने की बात करें तो आप DNA में डाटा स्टोर कर सकेंगे, हालांकि डीएनए में डाटा स्टोर करने का आइडिया नया नहीं है लेकिन अब इस पर काम शुरू हो गया है। दरअसल एक फिल्म क्लिप को डीएनए में स्टोर करने में शोधकर्ताओं को सफलता मिली है। वैज्ञानिकों ने एक दौड़ते हुए घोड़े के GiF फाइल को डीएनए में स्टोर किया है।लॉन्च हुआ दुनिया का पहला वायरलेस चार्जिंग लैपटॉप Latitude 7285
हाल ही में शोधकर्ताओं ने डीएनए में डाटा स्टोर करने के लिए शोधकर्ताओं ने सीआरआईएसपीआर-कैस माइक्रोबियल इम्यून सिस्टम का इस्तेमाल किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सीआरआईएसपीआर-कैस में मनचाही सूचना को जिनोम में लिखने की क्षमता है। यह रिपोर्ट Nature.Com में प्रकाशित हुई है।
इस प्रोजेक्ट से यह भी साफ हो गया है कि जीवित कोशिकाओं के जीनोम में डाटा को स्टोर किया जा सकता है। स्टोर किए गए डाटा को कभी भी किसी वक्त निकाला जा सकता है और उसे फिर से वीडियो या किसी दूसरे फॉर्मेट में बदला जा सकेगा। यह रिसर्च हॉवर्ड मेडिकल स्कूल में किया गया है।
इस शोध के बारे में बताते हुए डॉक्टर चर्च ने बताया कि अगर कभी कुछ अनहोनी होती है या इंसान बीमार पड़ जाता है तो डॉक्टर्स उसकी शरीर के बैक्टीरिया से डाटा को निकाल सकते हैं और उसे प्ले कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया ठीक वैसी ही होगी जैसा कि विमान हादसे में होता है। हादसे के बाद ब्लैक बॉक्स से डाटा निकाला जाता है। फिलहाल 5MB तक के डाटा को डीएनए में स्टोर किया जा सकता है।