रेलवे और टिकट दलालों पर तू डाल-डाल, मैं पात-पात वाली कहावत सटीक बैठक रही है। अब तो मुंबई जाने वाली ट्रेनों का कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा तो दलाल हाथ से ही टिकट बना दे रहे। मुंबई के काउंटरों से तत्काल टिकट बुक कर पूर्वांचल में भेज रहे हैं। परेशान नौजवान टिकट को स्कैन कर ट्रेन में बैठ जा रहे। शुक्रवार और शनिवार को आधा दर्जन से अधिक स्पेशल ट्रेनों में चलाए गए सघन जांच अभियान में 185 यात्री अनियमित टिकटों पर यात्रा करते हुए पकड़े गए। जांच टीम ने पकड़े गए यात्रियों से लगभग डेढ़ लाख रुपये जुर्माना की वसूली की।
पकड़े गए यात्रियों में अधिकतर मुंबई के विभिन्न स्टेशनों से बुक तत्काल टिकट पर यात्रा कर रहे थे। टिकट मांगने पर कुछ मोबाइल में स्कैन टिकट दिखा रहे थे, तो कुछ प्रिंटर से स्कैन किया हुआ टिकट पकड़ा रहे थे। एक यात्री तो बकायदा हाथ से लिखे हुए टिकट पर यात्रा कर रहा था। कई युवा वरिष्ठ नागरिकों के कोटे पर कंफर्म टिकट लेकर बैठे हुए थे। दरअसल, लॉकडाउन में धक्के खाते हुए अपने घर पहुंचे कामगार अब मुंबई, सूरत और पुणे जाने के लिए दलालों के चक्कर में फंस रहे हैं। कंपनी मालिक भी कामगारों को बुलाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं।
जनसंपर्क अधिकारी महेश गुप्ता के अनुसार सहायक वाणिज्य प्रबंधक जगतारा संगम की टीम ने वैशाली, अवध, एलटीटी, कुशीनगर, गोरखधाम, बिहार संपर्क क्रांति और सत्याग्रह एक्सप्रेस के यात्रियों को चेक किया। 09038 बांद्रा एक्सप्रेस में रितेश और विशाल की टीम ने जांच की। अभियान मंडल रेल प्रबंधक लखनऊ की दिशा-निर्देश पर चलाया जा रहा है।
गोरखपुर होकर जाने वाली कई ट्रेनों को हरी झंडी
गोरखपुर से दिल्ली, बेंगलुरु, गुवाहाटी, प्रयागराज और लखनऊ जाने वाले लोगों के लिए राहत भरी खबर है। कोरोना काल में बढ़ती परेशानियों और मांग को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने पूर्वोत्तर रेलवे पर चलने वाली 13 जोड़ी एक्सप्रेस ट्रेनों को 12 सितंबर से स्पेशल के रूप में चलाने की अनुमति दे दी है। जिसमें गोरखपुर से बनकर चलने वाली चौरीचौरा, हमसफर और गोरखपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस शामिल हैं। कृषक और अवध-असम एक्सप्रेस गोरखपुर के रास्ते चलाई जाएंगी। घोषित सभी स्पेशल ट्रेनों में आरक्षित श्रेणी के ही कोच लगाए जाएंगे। गाड़ियां पूर्व निधारित समय पर ही चलाई जाएंगी। लेकिन ठहराव का अभी निर्धारण नहीं हो पाया है। रेलवे बोर्ड, रेलवे प्रशासन और राज्य के बीच आपसी सहमति के बाद ही ठहराव का निर्धारण किया जाएगा। जानकारों के अनुसार जरूरत के हिसाब से ही ट्रेनों को ठहराव प्रदान किया जाएगा। हालांकि, पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने घोषित ट्रेनों के अलावा गोरखपुर से मुंबई के लिए दो और स्पेशल ट्रेनों का प्रस्ताव भेजा था। लेकिन रेलवे बोर्ड ने एक भी स्पेशल ट्रेन चलाने की अनुमति प्रदान नहीं की है। जबकि, मुंबई जाने वाले यात्रियों की भीड़ बढ़ती जा रही है।