आमतौर पर हम सब को यही बात सुनाई आती है कि जीवन जीने के लिए शादी करना जरूरी होता है। लेकिन क्या वाकई यह सही है कि शादी के बिना जीवन अधुरा है। हम सब के दिमाग में बस यही चीजें रहती हैं कि सिंगल रहने से कई बातें जुड़ी हुई होती है। जैसे तनावपूर्ण और अकेला, अर्थपूर्ण और पूर्ण जीवन न जीना, साथी पाने के लिए उत्सुक रहना आदि।
यहां आपको हम बताना चाहते हैं कि एक सर्वे के दौरान यह साबित हो चुका है कि शादी शुदा से बेहतर है अकेला रहना मतलब यह जरूरी नंही कि जीवन जीने के लिए आपको शादी करना जरूरी है। आपको यह जानकर थोड़ा आश्चर्य होगा कि वैवाहिक जीवन का आनंद केवल हनीमून की अवधि तक ही सीमित रहता है। यहीं पर शादीशुदा जोड़े शादी से पहले उतने खुश रहते थे जितने कि शादी के बाद उतने नहीं।
आपको सिंगल रहना का एक और फायदा यहां यह है कि सिंगल लोगो के ज्यादा दोस्त होते है लेकिन वहीं शादी शुदा लोगों के उनसे कम दोस्त होते है। सिंगल लोग सामाजिक संबंधों से अच्छी तरह जुड़े होते हैं। इसके साथ अपने मित्रों, परिवार और सहकर्मियों के ऊपर खर्च भी करते हैं। शोध से पता चला ही कि सिंगल लोग समाज में सार्थक योगदान देते हैं तथा ये लोग ऐसी गतिविधियों में संलग्न रहते हैं जिससे बहुत सारे लोगों को लाभ पहुँचता है। अधिकाँश लोग ऐसा मानते हैं कि जो लोग अकेले रहना पसंद करते हैं वे सुखवादी होते हैं ।
लेकिन क्या आप जानते हैं सिंगल लोग हमेशा अपने पार्टनर कि तलाश में रहते हैं। शादी करने का निर्णय अपने कौशल और व्यक्तित्व पर आधारित होना चाहिए न कि इस विचार पर कि अकेले रहने से अच्छा है कि शादी कर ली जाए। कुछ लोग जब किसी रिश्ते में नहीं होते तो वे अधिक प्रमाणिक जीवन जीते हैं और यही समय है जब हम उन्हें स्वीकार कर लें।