पिछले दिनों रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने कहा था कि 2023 तक अहमदाबाद-मुंबई के बीच देश की पहली बुलेट ट्रेन दौड़ने लगेगी. यह बात सच साबित होने के आसार नजर आने लगे हैं, क्योंकि इस वृहद परियोजना का आगामी सितंबर माह में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के भारत दौरे पर आने के दौरान अहमदाबाद में इस प्रॉजेक्ट की आधारशिला रखने के कयास लगाए जा रहे हैं. यह भी पढ़े: अभी-अभी: जेवर कांड में आया एक और नया मोड, अपने ब्यान से पलट गई पीड़िता…
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उल्लेखनीय है कि इस प्रॉजेक्ट की लागत 97,636 करोड़ रुपये है. जिसकी 81 प्रतिशत लोन की राशि जापान द्वारा दी जाएगी. जापान 0.50 फीसदी ब्याज दर पर 50 साल का सॉफ्ट लोन देने को राजी है. यही नहीं भारत-जापान के बीच हुए समझौते में कर्ज के अलावा टेक्नोलॉजी ट्रांसफर, स्किल्ड लेबर, इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरिंग और मेंटनेंस जैसी शर्तें भी शामिल हैं.दोनों देशों का लक्ष्य वर्ष 2024 तक मुंबई और अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन शुरू हो जाए.
बता दें कि इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट की निगरानी प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा की जा रही है.जो प्रोजेक्ट की गंभीरता का संकेत है.प्रॉजेक्ट के लिए नैशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन (एनएचएसआरसी) द्वारा गांधीनगर में ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट स्थापित किया जाएगा. इसके लिए जल्दी ही टेंडर होंगे और दिसंबर 2020 तक काम समाप्त कर दिया जाएगा.
रेलवे ने पहले से ही स्पेशल पर्पज वैहिकल (एसपीवी) के लिए 200 करोड़ रुपये आबंटित किए हैं. इसके लिए महाराष्ट्र और गुजरात राज्य सरकार का 25-25 प्रतिशत सहयोग होगा और बाकी 50 प्रतिशत भारतीय रेलवे देगी.पश्चिम रेलवे के इन दो बड़े औद्योगिक शहरों मुंबई -अहमदाबाद के बीच अभी शताब्दी एक्सप्रेस में 6 घंटे 20 मिनट का समय लगता है. बुलेट ट्रेन से यह समय घटकर 2 घंटे होने का अनुमान है.
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