इस दौरान छात्र सभा के एक पदािधिकारी ने मंच से प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ पर अनैतिक बयानबाजी की तो अखिलेश ने तुरंत टोकते हुए उन्हें अपनी बात खत्म करने को कह दिया।
बाद में मीडिया को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि मैं उस नौजवान के शब्द वापस लेता हूं। जिससे मुख्यमंत्री के बारे में गलत शब्द निकल गए। लेकिन मैं यह बात भी कह सकता हूं कि सरकार के लोग किस पैमाने पर अन्याय कर रहे हैं। इसी नौजवान को किस भाषा का इस्तेमाल करके और किस तरह का व्यवहार करके जेल भेज दिया।
उन्होंने लखनऊ में एक बड़े छात्र सम्मेलन की भी घोषण की। समाजवादी पार्टी से जुड़े बड़ी संख्या में नौजवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने का कि देश में साम्प्रदायिक ताकतों को रोकने का काम अगर कोई कर सकता है तो यही नौजवान करेंगे।
अयोध्या में दिवाली पर हुए कार्यक्रम पर एक सवाल के जवाब में अखिलेश ने का कि पुष्पक विमान से जो राम सीता लाए थे, हमको भी उन्हीं के साथ बैठकर चाय पीने का मौका दें।
आगरा एक्सप्रेस-वे पर होने वाले एयर शो पर बोलते हुए कहा कि अगर हमारी सरकार होती तो सबसे पहले मेरी कुर्सी वहां होती।
देश का सबसे बेहतरीन एक्सप्रेस-वे हमने बनवाया, जिसका प्रयोग सेना कभी भी इमरजेंसी के वक्त कर सकती है। लेकिन मौजूदा सरकार के लिए यह राष्ट्रवाद नहीं है।
ताजमहल मुद्दे पर तंज कसते हुए कहा कि जब मैं सीएम था तो पत्नी डिंपल के साथ फोटो खिंचाई थी। मौजूदा सीएम भी आगरा जा रहे हैं, वो भी फोटो खिचाएंगे तो कैसा लगेगा।