केरल में सीपीएम और भाजपा की राजनीतिक लड़ाई का बिगुल बज चुका है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और बीजेपी सासंद योगी आदित्यनाथ के केरल दौरे के बाद सीपीएम उन्हें घेरने में लगी हुई है। इसके लिए सीपीएम ट्विटर जैसे सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रही है। अभी-अभी: पुलिस को मिली हार्ड डिस्क, खोलेगी राम रहीम के सारे राज
सीपीएम ने गुरुवार को योगी आदित्यनाथ को लेकर ट्वीट किया, जिसमें योगी अदित्यनाथ के उस बयान को निशाना बनाया गया जिसमें उन्होंने केरल के अस्पतालों को यूपी के अस्पतालों से सीख लेने की नसीहत दी थी। इसी बयान को लेते हुए सीपीएम की ओर से बीएचयू के सर सुंदरलाल हॉस्पिटल में औद्योगिक गैस के इस्तेमाल की घटना को निशाना बनाया गया था।
सीपीएम का यह पटलवार सीएम योगी के उस बयान के बाद आया जिसमें उन्होंने कहा था कि इस साल केरल में डेंगू के चलते 300 लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा था कि ये संख्या राज्य की जनसंख्या की तुलना में बहुत अधिक है। उत्तर प्रदेश में डेंगू के चलते एक भी मौत नहीं हुई। उन्होंने कहा कि मुझे यहां के सीएम से कुछ भी सीखने की जरूरत नहीं है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भारतीय जनता पार्टी की ‘जन रक्षा यात्रा’ में शामिल होने केरल गए हुए थे। योगी की यात्रा से पहले 03 अक्तूबर को सीपीएम ने ट्वीट कर कहा था कि उन्होंने योगी को केरल के अस्पताल देखने के लिए बुलाया है। ताकि वह सीख सकें की अस्पताल कैसे चलाया जाता है।
केरल पहुंचने पर योगी ने जमकर राज्य सरकार पर निशाना साधा था। रैली को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि सीपीएम धर्मनिरपेक्षता के बारे में नारा बुलंद करती है लेकिन ‘जिहादी आतंकवाद’ को बढ़ावा देती है। भाजपा केरल को ‘लाल सलाम’ की भूमि नहीं बनने देगी। उन्होंने कहा कि यदि सीपीआई (एम) लोकतंत्र में विश्वास रखती है तो उसे केरल में होने वाली राजनीतिक हत्याओं के बारे में उठे सवालों के जवाब देना होगा।