बृहस्पतिवार को कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में संबद्ध संस्थानों के चेयरमैनों की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। विश्वविद्यालय हर साल अप्रैल के तीसरे व आखिरी रविवार को प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करता रहा है।
पिछले दिनों इस साल के लिए 15 अप्रैल और 21-22 अप्रैल की तिथि भी तय कर दी गई थी। किंतु इस बार 15 अप्रैल (माह का तीसरा रविवार) को आईआईटी-जेईई है।
इस कारण परीक्षा तिथि में बदलाव का निर्णय लिया गया। इसके अनुसार स्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षा 29 अप्रैल और परास्नातक पाठ्यक्रम व लेटरल एंट्री के प्रवेश के लिए परीक्षा 5-6 मई को प्रस्तावित की गई हैं।
यह भी तय हुआ है कि इस बार की काउंसलिंग मेडिकल की तर्ज पर सिर्फ तीन चरणों में होगी। इसके तहत दूसरे चरण के लिए भी रजिस्ट्रेशन कराने का निर्णय लिया गया। तीसरे चरण को मॉप-अप राउंड के तौर पर आयोजित किया जाएगा।
इस तरह काउंसलिंग प्रक्रिया मात्र 10 दिन में पूरी कराने की तैयारी है। निजी संस्थाओं के चेयरमैनों ने कहा कि उच्च तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में निजी विश्वविद्यालयों को एआईसीटीई के अनुपालन अनिवार्य न होने के कारण प्रदेश में तकनीकी शिक्षा को मानकीकृत करने के प्रयास कम सफल हो रहे हैं। इस दिशा में भी निर्णय लेने की जरूरत है।
इस बैठक में सचिव प्राविधिक शिक्षा भुवनेश कुमार, रजिस्ट्रार ओपी राय, एसईई समन्वयक प्रो. एके कटियार, उपसमन्वयक डॉ. रामचंद्र चौहान, उपसमन्वयक डॉ. आरके सिंह, सहायक समन्वयक अभिषेक नागर आदि उपस्थित थे। वहीं विश्वविद्यालय ने एक आदेश जारी कर सहायक कुलसचिव डॉ. राजीव कुमार सिंह को एसईई का उप समन्वयक नामित किया है।