शाहरुख़ एक बार फिर बड़े घोटाले में फसते नज़र आ रहे है , उनपर पहले भी कई तरह के आरोप लगते रहे है जिस में दाउद के साथ सम्बन्ध अहम् है .यह भी पढ़े:> अभी-अभी: लगातार हुए 900 धमाके, इस धमाके से दहल उठा पूरा देश…
रोजवैली चिटफंड घोटाले में अब आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) का नाम भी सामने आ रहा है। जांच से सीबीआई को जानकारी मिली है कि रोजवैली और अभिनेता शाहरुख खान व अभिनेत्री जूही चावला के मालिकाना वाले केकेआर के बीच बड़ा करार हुआ था।
2014 से पहले केकेआर टीम के खिलाड़ी जो जर्सी पहनते थे उस पर रोजवैली का लोगो इस्तेमाल होता था। इस करार के बाद दोनों के बीच मोटी रकम का लेनदेन भी हुआ था।
इस करार से पहले रोजवैली प्रमुख गौतम कुंडू के साथ एक प्रभावशाली व्यक्ति की बैठक हुई थी। इस प्रभावशाली व्यक्ति की भी जांच हो रही है। केकेआर में सह प्रायोजक के तौर पर रोजवैली ने करोड़ों रुपए का निवेश किया था।
सीबीआई सूत्रों के अनुसार इस रकम का घोटाले से संबंध हो सकता है। रोजवैली के रिसोर्ट का विज्ञापन शाहरुख खान करते थे। रोजवैली मामले में केकेआर के एक उच्च अधिकारी के साथ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ की थी।
गौरतलब है कि हाल ही में रोजवैली मामले में सीबीआई ने तृणमूल सांसद तापस पाल व सुदीप बंद्योपाध्याय को गिरफ्तार किया है। इन दोनों से हुई पूछताछ में सीबीआई को एक के बाद एक कई महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ लग रही हैं। इसी छानबीन में अब रोजवैली के साथ केकेआर के संपर्क का भी पर्दाफाश हुआ है।
सीबीआई से पहले ईडी की जांच में भी पता चला था कि केकेआर में सह प्रायोजक के तौर पर रोजवैली ने करोड़ों रुपए निवेश किया था। मार्च, 2015 में जांच के दौरान ईडी को पता चला था कि केकेआर में रोजवैली की तरफ से गौतम कुंडू ने टीम के सह मालिक शाहरुख खान से समझौता कर इस टीम को सह-प्रायोजित किया था।
इसके लिए केकेआर को मोटी राशि दी गई थी। रेड चिलीज के पास है केकेआर का स्वामित्व इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टीम कोलकाता नाइटराइडर्स का स्वामित्व रेड चिलीज एंटरटेनमेंट के पास है। रेड चिलीज में बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान, अभिनेत्री जूही चावला और उनके पति जय मेहता की साझेदारी है।
क्या है रोजवैली घोटाला रोजवैली ने आम जनता से करीब 17,000 करोड़ रुपए इकट्ठा किए हैं। कंपनी के मालिक गौतम कुंडू त्रिपुरा के रहने वाले हैं। रोजवैली कंपनी पर आरोप हैउसने सेबी की अनुमति के बिना 2011 से 2013 के बीच अवैध तरीके से लोगों से पैसा इकट्ठा किया।
उसने लोगों को ज्यादा रिटर्न देने का वादा किया था।
रोजवैली घोटाले के इतने व्यापक होने की एक और वजह है।रोजवैली समूह के चैयरमैन गौतम कुंडू का करोबार पश्चिम बंगाल सहित कम से कम 10 राज्यों में फैला हुआ था। यह समूह फिल्म और मीडिया के व्यवसाय में भी था। इसका अपना फिल्म डिवीजन था। इसका बांग्ला में मनोरंजन और न्यूज चैनल है, जो पश्चिम बंगाल और असम में लोकप्रिय है।
रोजवैली पर आरोप है कि इसने गैर कानूनी तरीके से पैसे इकट्ठे किए हैं और उसका एक बड़ा हिस्सा गलत तरीके से निकाल लिया है। निकाले गए पैसे का बड़ा हिस्सा विदेश भेज दिया गया। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मार्च, 2015 में गौतम कुंडू को गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने 2016 के जनवरी में उन पर आरोप तय किए। अब तक इस मामले में तृणमूल सांसद तापस पाल व सुदीप बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं तृणमूल ने भाजपा सांसद व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो पर भी रोजवैली घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया है।