नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टीम का एक ख़ास सिपाही इन दिनों डर के माहौल में सांसे ले रहा है। उन्हें डर हैं कि उनपर किसी भी वक्त जानलेवा हमला हो सकता है। उनका दावा है कि उन्हें जान से मारने की प्लानिंग की जा चुकी है। बस अब उनकी जिन्दगी किसी भी पल समाप्त हो सकती है। बता दें नवादा के सांसद और केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर ये संगीन आरोप लगाया है।
नरेंद्र मोदी की टीम का ख़ास सिपाही खतरे में! ख़बरों के मुताबिक़ रामनवमी के मौके पर निकलने वाली शोभायात्रा में शामिल होने नवादा पहुंचे गिरिराज सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार उनकी हत्या कराना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि इस वजह से वो भयभीत हैं। दो दिन पहले ही पटना में रामनवमी के एक कार्यक्रम में मंच पर ही उनकी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बहस हो गई थी। उस वक्त वहां गवर्नर रामनाथ कोविन्द, शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी और साध्वी ऋतंभरा भी मौजूद थीं।
दरअसल, रामनवमी के मौके पर भगवान श्रीराम का पोस्टर फाड़ने के विवाद में नवादा शहर के सद्भावना चौक पर दो समुदायों के बीच झड़प हो गई थी।
झड़प के बाद दोनों गुटों की तरफ से जमकर रोड़ेबाजी हुई जिसमें कई लोग घायल हो गए। मौके का फायदा देखते हुए असामाजिक तत्वों ने कई दुकानों में आग लगा दी थी, तब पुलिस को कई राउंड फायरिंग करनी पड़ी थी।
इससे अभी भी वहां हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। प्रशासन और पुलिस के कई बड़े अधिकारी अभी भी वहां कैम्प कर रहे हैं। इस बीच शुक्रवार को शहर में शोभा यात्रा निकालने का कार्यक्रम है। इसी सिलसिले में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह वहां पहुंचे हैं लेकिन जिला प्रशासन ने उन्हें सर्किट हाउस में कमरा उपलब्ध नहीं करवाया।
इससे नाराज गिरिराज सिंह वहीं धरने पर बैठ गए। उनके साथ बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार समेत कई भाजपा नेता भी मौजूद हैं।
हालात को देखते हुए एडीजी गुप्तेश्वर पांडेय के साथ मगध रेंज के आईजी नैय्यर हसनैन खां, डीआईजी सौरभ कुमार नवादा में ही कैंप कर रहे हैं।
मगध प्रमंडल के कमिश्नर भी नवादा में कैम्प कर रहे हैं। इनके अलावा गया और पटना से भी कई अधिकारी नवादा में कैम्प कर रहे हैं ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।
प्रशासन ने जगह-जगह अर्द्ध सैनिक बलों, रैपिड एक्शन फोर्स , सीमा सुरक्षा बल, सीआरपीएफ और आईटीबीपी की तीन कंपनियों को तैनात कर दिया है।
वहीं शोभायात्रा से पहले बजरंग दल के लोगों ने सुबह में ही शहर में बाइक से जुलूस निकाल कर एक दूसरे को शोभायात्रा में शामिल होने के लिए तिरंगा के साथ निमंत्रण दिया।