टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 34वां वनडे शतक लगाने के साथ ही अपने वनडे करियर की दूसरी बेस्ट पारी भी खेली है. कोहली ने अपनी सर्वश्रेष्ठ 183 रनों की पारी पाकिस्तान के खिलाफ साल 2012 में खेली थी.
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दक्षिण अफ्रीका को 124 रन से रौंदकर छह मैचों की श्रृंखला में 3-0 की अजेय बढ़त बनाने के बाद टीम इंडिया के कप्तान ने कहा कि 30 ओवर के बाद हालात काफी बदल गए और ऐस में एक बल्लेबाज का अंत तक क्रीज पर डटे रहना महत्वपूर्ण था.
कोहली ने 159 गेंद में 12 चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 160 रन की पारी खेलने के अलावा सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (76) के साथ दूसरे विकेट के लिए 140 और भुवनेश्वर कुमार (नाबाद 16) के साथ सातवें विकेट के लिए 7.2 ओवर में 67 रन की अटूट साझेदारी की. इसके चलते भारत ने छह विकेट पर 303 का बड़ा स्कोर खड़ा किया.
दक्षिण अफ्रीका की टीम इसके जवाब में युजवेंद्र चहल (46 रन पर चार विकेट), कुलदीप यादव (23 रन पर चार विकेट) और जसप्रीत बुमराह (32 रन पर दो विकेट) की उम्दा गेंदबाजी के सामने 40 ओवर में 179 रन पर ढेर हो गई.
कोहली ने मैच के बाद कहा कि दौरे की शुरुआत हमारे लिए काफी अच्छी नहीं रही, लेकिन मुझे पता था कि प्रत्येक मैच में प्रतिस्पर्धा के लिए मुझे टिकना होगा. काफी अच्छा लग रहा है कि मैं जीत में योगदान दे रहा हूं. उन्होंने कहा कि शुरू में अच्छे शाट खेल सकते थे, लेकिन 30 ओवर के बाद स्थिति काफी बदल गई और हमने तुरंत अपना लक्ष्य 330 से घटाकर 280-290 कर दिया. आप हमेशा चाहते हो कि कोई अंत तक बल्लेबाजी करे और अगर आप कप्तान के रूप में ऐसा करते हो तो यह बेहतरीन है.
उन्होंने कहा कि शिखर के साथ एक और अच्छी साझेदारी रही और अंत में भुवी के साथ भी अच्छी भागीदारी. पारी के अंत में पैरों में जकड़न थी लेकिन मुझे पता था कि 300 रन बनाने के लिए मुझे अंत तक खेलना होगा. ये वह समय है जब आपकी मानसिक और शारीरिक परीक्षा होती है.
बाद में गेंदबाजी करते हुए स्पिनरों के अच्छे प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि हम उन्हें लक्ष्य का बचाव करने का दबाव देना चाहते थे और यह काफी अच्छा रहा. चौथे मैच में जज्बा और बेहतर होगा क्योंकि अब हम यह श्रृंखला गंवा नहीं सकते. मुझे यकीन है कि वे मजबूत वापसी करने की कोशिश करेंगे.
दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीका के कार्यवाहक कप्तान ऐडन मार्करम ने कहा कि उनके लिए मैच में सब कुछ निराशाजनक रहा. उन्होंने कहा कि इस मैच में हमारे लिए सब कुछ निराशाजनक रहा. एक बार फिर उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए. हमें खुद को ही दोषी ठहराना होगा और कड़ी मेहनत करनी होगी. हम वापसी करते हुए उन्हें 303 रन के स्कोर पर रोकने में सफल रहे जिसे मुझे लगता है कि हासिल किया जा सकता था.
मार्करम ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम कड़ी टक्कर नहीं दे पाए और ऐसे में आप इस तरह का मैच नहीं जीत सकते. हमें एक बार फिर उनका (स्पिनरों का) सामना करना पड़ा और इतने समय के बाद भी अगर हम उनका सामना करने में जूझ रहे हैं तो यह उनके स्तर को दर्शाता है.
एबी डिविलियर्स की चौथे वनडे में वापसी के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि मैं इसे पसंद करूंगा. मुझे लगता है कि इससे खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा.