अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव में हार का ठीकरा हरिद्वार ग्रामीण के भाजपा विधायक स्वामी यतीश्वरानंद पर फोड़ते हुए उनके वेद मंदिर स्थित कार्यालय में धावा बोल दिया। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने आश्रम में नारेबाजी करते हुए जमकर तोड़फोड़ की। आश्रम के कर्मचारियों और वहां रहने वाले विद्यार्थियों से मारपीट की।अभी-अभी आई एक बुरी खबर: HC ने शिक्षामित्रों के बाद माध्यमिक शिक्षकों के समायोजन पर लगी रोक
वार्ता करने पहुंचे विधायक से भी धक्का-मुक्की की गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जैसे-तैसे हालात पर काबू पाया। आश्रम के कर्मचारी ने एबीवीपी के आठ कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं परिषद ने विधायक और उनके समर्थकों पर हमले का आरोप लगाया है।
शनिवार दोपहर एक बजे एबीवीपी कार्यकर्ता विधायक स्वामी यतीश्वरानंद पर संगठन के प्रत्याशी के खिलाफ काम करने का आरोप लगाते हुए हरिद्वार-ज्वालापुर मुख्य मार्ग पर स्थित उनके वेद मंदिर आश्रम के मेनगेट पर पहुंचे। यहां कार्यकर्ताओं ने विधायक के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनके पुतले को आग के हवाले कर दिया। बताया जाता है कि इस दौरान आश्रम में मौजूद विधायक अपने समर्थकों के साथ बाहर निकले और उन्होंने कार्यकर्ताओं से बात करनी चाही, लेकिन दोनों पक्षों में भिड़ंत हो गई।
दोनों पक्षेों के बीच जमकर थप्पड़-मुक्के चले। इससे अफरातफरी मच गई। विधायक ने जलता हुआ पुतला उठाकर एबीवीपी कार्यकर्ताओं की तरफ फेंक दिया। गनीमत रही कि किसी कार्यकर्ता पर पुतला नहीं गिरा। सूचना पर कोतवाली ज्वालापुर के एसएसआई जगमोहन रमोला, चौकी प्रभारी कैलाश बिष्ट मौके पर पहुंचे और स्थिति पर काबू पाया। पुलिस के आने पर एबीवीपी कार्यकर्ता मौके से चलते बने। एसएसआई जगमोहन रमोला ने बताया कि आश्रम में पुलिस फोर्स तैनात कर दी है। उधर, आश्रम के कर्मचारी ने छात्र नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
जानिए, क्या कहते हैं दोनों पक्ष
विधायक हरिद्वार ग्रामीण के विधायक स्वामी यतीश्वरानंद का कहना है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेताओं की ओर से छात्रसंघ चुनाव में उनकी ओर से निर्दलीय प्रत्याशी को समर्थन की बात बेबुनियाद है। हकीकत यह है कि वे तीन महीने से गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय की तरफ गए भी नहीं हैं। कुछ लोग बेवजह बदनाम करने के लिए उन पर गलत आरोप लगा रहे हैं।