बैंकों के कर्जदार विजय माल्या को लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया है. माल्या को ED से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में अरेस्ट किया गया है. बता दें कि इससे पहले भी कुछ महीने पहले माल्या को अरेस्ट किया गया था. बताया जा रहा है कि उसी मामले में यह आगे की कार्रवाई है. माल्या के ऊपर कुछ और आरोप भी लगाए जा सकते हैं. गौर करने वाली बात है कि 6 महीने के भीतर माल्या की यह दूसरी गिरफ्तारी है.प्रदेश भर से लखनऊ पहुंचे मेधावी को, CM योगी के अपने हाथों से करेंगे सम्मानित
पहले कब हई थी गिरफ्तारी
माल्या को इससे पहले वेस्टमिंस्टर कोर्ट के आदेश के बाद 18 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था. हालांकि उस वक्त कुछ घंटों बाद ही माल्या को जमानत मिल गई थी.
क्या है माल्या का मामला?
इससे पहले, ब्रिटेन की सरकार ने भारत के प्रत्यर्पण के आग्रह को जिला जज को भेज दिया था. यह माल्या को भारत लाने और उन पर मुकदमा चलाने की दृष्टि से पहला कदम था. माल्या की बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस पर बैंकों का 9,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज बकाया है.
कब से लंदन में हैं माल्या?
माल्या पिछले साल दो मार्च को ब्रिटेन चले गए थे. जबकि इसके कुछ दिन बाद ही उच्चतम न्यायालय ने माल्या को अपने पासपोर्ट के साथ व्यक्तिगत रूप से 30 मार्च, 2016 को पेश होने को कहा था. भारत ने इस साल आठ फरवरी को औपचारिक तौर पर ब्रिटेन सरकार को भारत-ब्रिटेन प्रत्यर्पण संधि के तहत माल्या के प्रत्यर्पण का औपचारिक आग्रह किया था.
बैंकों का माल्या पर कितना बकाया?
(पैसा करोड़ रुपए में)
एसबीआई-1600
पीएनबी-800
आईडीबीआई-800
बैंक ऑफ इंडिया- 650
यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया-430
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया-410
यूको बैंक- 320
कॉर्पोरेशन बैंक-310
स्टेट बैंक ऑफ मैसूर-150
इंडियन ओवरसीज बैंक-140
फेडरल बैंक- 90
पंजाब एंड सिंध बैंक-60
एक्सिस बैंक-50