अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) ने भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की फांसी पर रोक लगा दी है। इस फैसले से बौखलाए पाकिस्तान ने कहा है कि वो इस फैसले को नहीं मानता है।
पाकिस्तान के रवैये को लेकर भारतीय रक्षा विशेषज्ञ मारुफ रजा का मानना है कि हो सकता है पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को पहले ही फांसी दे है और अब वो जिंदा ना हों।
भारतीय रक्षा विशेषज्ञ मारुफ रजा ने अंग्रेजी न्यूज चैनल टाइम्स नाऊ पर एक डिबेट के दौरान यह सवाल खड़े किए। रजा ने कहा, “पहला काम यह होना चाहिए कि हमें यह सोचकर अपनी रफ्तार को कम नहीं करना चाहिए कि हमें यह जीत हासिल हुई है। इस समय सबसे जरूरी है कि हमें वो हर कदम उठाना चाहिए, राजनयिक और अंतर्राष्ट्रीय कानून दोनों स्तरों पर कि कुलभूषण जाधव को काउंसलर एक्सेस मिल सके।
ताकि वह कम से कम जाधव से मिल तो पाए। इससे भारत को यह विश्वास तो होगा कि कुलभूषण जाधव जिंदा है। इंटेलिजेंस लेवल पर भी यह डर बना हुआ है कि हो सकता है कुलभूषण जाधव अब जिंदा नहीं हैं।
कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान ने ईरान से अगवा करके पाकिस्तान के बलूचिस्तान ले जाया गया और वहां लाकर उन्हें भारतीय जासूस करार दिया।
कुलभूषण जाधव पर पाकिस्तान की मिलिट्री कोर्ट में मुकदमा चलाया गया और उन्हें फांसी की सजा दे दी गई। पाकिस्तान ने कहा था कि जाधव भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के लिए काम कर रहा था।
कल आईसीजे के अध्यक्ष रोनी अब्राहम ने फैसला पढ़ते हुए कहा, पाकिस्तान को यह सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने चाहिए कि इस मामले में अंतिम फैसला सुनाए जाने तक जाधव को फांसी न दी जाए।