उत्तर प्रदेश के स्वास्थ मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने प्रदेश में गुटका और पान मसाले पर रोक लगाने पर जोर दिया। वे मंगलवार को केंद्रीय समाज कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिय पटेल के साथ किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम में पहुॅंचे थे। यहा पिट एंड फिशर सीलेट की पायलट योजना शुरू की गई थी। इस अवसर पर पान मसाला से होने वाले नुकासान को लेकर चर्चा की गई।अभी-अभी: 300 करोड़ के घोटाले की जांच करने वाले IAS अफसर की जान का बना खतरा…
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि, उनके पिता का निधन मुंह के कैंसर के चलते हुआ था। उन्होंने कहा कि पान मसले से बेहद नुकसान होता है। जो लोग सिगरेट या पान मसाले का सेवन करने वाले के आसपास मौजूद रहते हैं, यह उनके लिए भी नुकसानदायक होता है। उन्होंने कहा कि, मुख कैंसर से कई बार फेफड़े पर भी नकारात्मक असर होता है। उन्होंने बताया कि, उत्तर प्रदेश में पिट एंड फिशर सीलेट का पॉयलेट प्रोजेक्ट केंद्र सरकार के माध्यम से शुरू हुआ है।
उनका कहना था कि, मरीजों को दंत रोग के लिए चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए 500 चिकित्सकों की भर्ती की जाएगी। ये चिकित्सक सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात रहेंगे। उन्होंने कहा कि, सरकार ने लोगों को सुविधा देने के लिए करीब 2 हजार चिकित्सक नियुक्त किए हैं। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि, बच्चों को दांतों से संबंधित बीमारियों से बचाने के लिए यह अच्छी पहल की जा रही है।