धोनी की विकेट कीपिंग के बारे में उन्होंने कहा कि वह वनडे में फिलहाल भारत के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर हैं। उन्होंने कहा, किसी भी खिलाड़ी का आकलन उसके वर्तमान फॉर्म और फिटनेस के आधार पर करना चाहिए। यदि आप उनकी विकेट कीपिंग पर नजर डालें तो वो वनडे के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर हैं। उनकी फिटनेश शानदार है और उन्होंने श्रीलंका में बेहतरीन बल्लेबाजी की। धोनी की तारीफ करते हुए शास्त्री यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा, आपने श्रीलंका में धोनी का जो रूप देखा वो तो ट्रेलर था पूरी फिल्म तो अभी बाकी है। यदि वो इसी अंदाज में आगे खेलते रहे तो तो 2019 की टीम में रखने में किसी को कोई ऐतराज नहीं होगा। आप धोनी के बिना टीम की कल्पना भी नहीं कर सकते।
सुरेश रैना और युवराज सिंह की टीम में वापसी को लेकर शास्त्री ने कहा, दोनों में से किसी के लिए भी टीम के दरवाजे बंद नहीं हैं। लेकिन उन्हें पूरी तरह फिट होने के बाद ही टीम में शामिल किया जाएगा। इसके बाद टीम के हेड कोच ने कहा, मुझे एक परेशानी है आजकल हम जितनी क्रिकेट खेल रहे हैं उस लिहाज से हमारे पास 20 से 25 खिलाड़ी होने चाहिए।
एक खिलाड़ी के लिए तीनों फॉर्मेट में साल भर खेल पाना बेहद कठिन है। खिलाड़ियों को आराम भी मिलना चाहिए। शास्त्री ने आगे बताया कि उन्होंने बीसीसीआई के अधिकारियों से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के बाद खिलाड़ियों को आराम देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि यदि टी-20 सीरीज को बाद में आयोजित किया जाता तो बेहतर होता। उन्होंने आगे बताया कि कार्यक्रम इतना अधिक व्यस्त है कि श्रीलंका के भारत दौरे और टीम इंडिया के दक्षिण अफ्रीका दौरे के बीच बिलकुल भी वक्त नहीं है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी सीरीज को लेकर शास्त्री ने कहा, उनके खिलाफ शुरुआती दो मैच काफी महत्वपूर्ण हैं। हमें पहले दो मैच जीतने होंगे इसी से सीरीज का परिणाम निर्धारित होगा। उन्होंने टीम इंडिया की गेंदबाजी की तारीफ करते हुए कहा, हमारी गेंदबाजी काफी मजबूत है इसलिए ऑस्ट्रेलिया को कड़ी चुनौती मिलेगी।
इंडिया टीवी को दिए इंटरव्यू के दौरान शास्त्री ने कहा, जो कारनामा हमने श्रीलंका में कर दिखाया वो मैं इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में होता शायद ही जीते जी देख सकूं। उन्होंने कप्तान विराट की तारीफ करते हुए कहा, आक्रामक विराट टीम के लिए बेहद जरूरी है। जो लोग सीधे और खरे अंदाज में बात नहीं करते वो विराट को पसंद नहीं हैं। विराट अब पूरी तरह परिपक्व हो गए हैं। इस खेले में आपको अपनी विरोधी टीम को समझना होगा। विराट बतौर कप्तान अबतक बहुत कुछ समझ चुके हैं और अगले 3 से चार साल में और भी बहुत कुछ सीख जाएंगे।
टीम चयन में हस्तक्षेप की बात को नकारते हुए शास्त्री ने कहा कि मैं टीम चयन में किसी तरह का दखल नहीं देता। मेरा काम जो भी टीम मिसे उसे तैयार करना है। हालिया श्रीलंका सीरीज में हमने इतिहास रचा है। हमें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक नई शुरुआत करनी होगी। अगर कंगारू जोर से आवाज करते हैं तो उन्हें हमारी ओर से इसका माकूल जवाब मिलेगा।