मुंबई वनडे में भारतीय गेंदबाजों खासकर स्पिनर्स की असफलता के कारण भारतीय टीम को 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ टीम इंडिया तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से पिछड़ गई। जिसके कारण पुणे में बुधवार को खेले जाने वाले सीरीज के दूसरे वनडे में जीत हासिल करना उसके लिए जरूरी हो गया है। ऐसे में मंगलवार को प्रेस से मुखातिब होने टीम के गेंदबाजी कोच भरत अरुण आए। भरत ने बताया कि पुणे में जीत हासिल कर किस तरह सीरीज में वापसी की कोशिश करेगी विराट सेना। बड़ी खबर: विधानसभा के बाहर प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी वर्कर्स पर योगी की पुलिस ने बरसाईं लाठियां
भरत अरुण ने प्रेस से बात करते हुए कहा, यह भारतीय टीम के लिए एक बड़ी चुनौती है। हम फिलहाल इसे बड़ी चुनौती के रूप में ले रहे हैं। न्यूजीलैंड ने मुंबई में बहुत अच्छी प्रतिस्पर्धा की। मुंबई में चौथे विकेट के लिए उनकी टीम में शानदार साझेदारी हुई। इस वजह से वो मैच जीतने में सफल रहे। पुणे में जीत दर्ज कर वापसी करना हमारे लिए एक बड़़ी चुनौती है। हमारे पास इसके लिए प्लान है। इसके साथ ही ये टीम की क्षमताओं को परखने का एक अच्छा मौका भी है कि सीरीज में पिछड़ने के बाद वापसी कैसे की जाती है।
मुंबई वनडे में लैथम और रॉस टेलर ने स्पिन स्टार कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की फिरकी का बड़ी चतुराई से सामना किया था और उन्हें विकेट लेने के कम मौके दिए। लैथम ने उनके खिलाफ लगातार स्वीप शॉट आजमाए। ऐसे में वो एक बार फिर इस तरह के शॉट आजमाने की कोशिश करेंगे। इन बल्लेबाजों के खिलाफ रणनीति बनाने के बारे में उन्होंने कहा, हमारे पास अपनी योजनाएं हैं। हमने पिछले मैच के वीडियो को काफी बारीकी से देखा है और उन्होंने किस तरह की गेंदों पर स्वीप शॉट आजमाए हैं ये भी जानने की कोशिश की है। ऐसे में इन बल्लेबाजों के खिलाफ गेंदबाजी प्लान में हमने तब्दीली की है।
कलाई के गेंदबाजों के लिए मुंबई वनडे अच्छा नहीं रहा। लेकिन भरत ने पिछले कुछ महीनों में कुलदीप और चहल की गेंदबाजी में हुए सुधार और सफलता की तारीफ भी की। अरुण ने कहा, भारत ने इससे पहले लगातार 9 वनडे मैचों में जीत हासिल की। इन सभी जीतों में इन दोनों गेंदबाजों ने अपनी फिरकी का जादू दिखाकर जीत दिलाई और कई विकेट हासिल किए। अरुण ने कहा, कई बार अच्छी गेंदबाजी के बावजूद आपको विकेट नहीं मिलते हैं, आपके प्लान फेल हो जाते हैं। लेकिन आप अबतक के इन दोनों के प्रदर्शन को देखें तो पाएंगे कि दोनों गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की है और ये दोनों बेहतरीन हैं। एक मैच की असफलता से हम परेशान नहीं हैं।
टीम इंडिया के व्यस्त कार्यक्रम के बारे में बात करते हुए अरुण ने यह पूरी तरह साफ कर दिया कि मोहम्मद शमी और उमेश यादव टेस्ट टीम के लिए पहली पसंद हैं। वहीं वनडे और टी-20 में भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह पहले विकल्प हैं। उन्होंने कहा, यदि आप उमेश और शमी को देखें तो पाएंगे कि दोनों नंबर एक टेस्ट गेंदबाज हैं। साथ ही भुवी और बुमराह एक्सेप्शनल हैं। सीमित ओवरों की क्रिकेट में सफल होने के लिए जिन स्किल्स की आवश्यक्ता होती है इन दोनों में वो सब है। जितनी अधिक संख्या में टीम इंडिया इन दिनों क्रिकेट खेल रही है उस हिसाब से हमारे पास तेज गेंदबाजों का पूल है जिसमें से हम उनका चुनाव कर सकते हैं। ताकि जिस भी मैच में वो खेलें पूरी तरह तरोताजा रहें।