विविधता से कोई भी गेंदबाजी आक्रमण ज्यादा मजबूत हो जाता है। यही वजह है कि टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच भरत अरुण को बाएं हाथ के एक तेज गेंदबाज की तलाश है जिससे बाकी कसर भी पूरी हो सके। जहीर खान की भारतीय क्रिकेट टीम से विदाई के बाद बाएं हाथ का कोई नया तेज गेंदबाज नहीं मिला है। चोट से प्रभावित रहने वाले अनुभवी आशीष नेहरा सीमित ओवरों के प्रारूप तक सिमट गए और जयदेव उनादकट के पास उतनी गति नहीं है। बरिंदर सरां ज्यादा नहीं चल सके हैं और अनिकेत चौधरी में कुछ धार बाकी है। अब लाहौर में फिर लगेंगे चौके-छक्के, क्योंकि इस बार पाकिस्तान में होगा बंपर क्रिकेट सीजन…
गेंदबाजी पचास प्रतिशत फिटनेस और पचास प्रतिशत कौशल का है खेल
भरत अरुण भारतीय टीम के साथ अपने दूसरे कार्यकाल में ए टीम के चीफ कोच राहुल द्रविड़ और गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे के साथ बेहतर संवाद बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मैं अभी इस भूमिका में आया हूं, ‘ए’ टीम के प्रशिक्षकों से बात करूंगा। मुझे लगता है कि कुछ जानकारियों को साझा करने की जरूरत है ताकि युवा गेंदबाजों का बेहतर उपयोग हो सके। हमारे पास कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल हैं, यदि हमें बाएं हाथ का एक तेज गेंदबाज और मिल जाए तो यह टीम के लिए बेहतर होगा। बी अरुण ने कहा, ‘तेज गेंदबाजी पचास प्रतिशत फिटनेस और पचास प्रतिशत कौशल का खेल है। इसलिए हमारा फिटनेस पर काफी जोर है। हम गेंदबाजों पर पड़ने वाले भार पर भी निगरानी रख रहे हैं।’
हार्दिक के साथ काम हुआ आसान
भरत अरुण पिछले एक साल से टीम के साथ नहीं थे लेकिन उनका मानना है कि भारतीय गेंदबाजी ने पिछले दो वर्षों में काफी विकास किया है। उन्होंने कहा कि 2019 विश्व कप के लिए हमें हर गेंदबाज का एक बैकअप चाहिए। बैंच स्ट्रेंथ के लिए हमारे पास काफी गेंदबाज हैं। हार्दिक पांड्या के बारे में कहा कि वह भरोसेमंद गेंदबाज के रूप में तेजी से विकसित हो रहे हैं। उनके पास अच्छी गति और लगातार 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंक सकते हैं। वह कड़ी मेहनत करने और ज्यादा कौशलपूर्ण होने के लिए बेताब भी रहते हैं। प्रयोग करने से नहीं घबराते। ऐसे गेंदबाजों के साथ आपका काम आसान हो जाता है।
अश्विन वनडे टीम का भी अभिन्न अंग
जब गेंदबाजी कोच भरत अरुण से पूछा गया कि क्या स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन 2019 विश्व कप के लिए योजनाओं के हिस्से हैं तो उन्होंने जोर दिया कि 2015 से बेशक स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने केवल 15 वनडे मैच खेले हैं लेकिन वह योजनाओं का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि वैसे यह सवाल चयनकर्ताओं से पूछा जाना चाहिए लेकिन बतौर कोच मुझे लगता है कि वह बेहद प्रतिभाशाली गेंदबाज हैं। अगर आप वेस्टइंडीज के खिलाफ उनका पिछला वनडे मैच देखें तो उन्होंने 28 रन देकर तीन विकेट लिए थे। वह निश्चित रूप से वनडे टीम का अंग हैं लेकिन दीर्घकालिक योजना लागू करने से पहले हमें दूसरे गेंदबाजों को भी मौका देना है।