टीम इंडिया और श्रीलंका के बीच 3 मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में खेला जा रहा है. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने 7 पर 536 रन बनाकर पारी घोषित कर दी. इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका की टीम अपनी पहली पारी में 373 रन बनाकर ऑल आउट हो गई. इस तरह भारत को 163 रनों की बढ़त हासिल हुई. दूसरी पारी में टीम इंडिया ने 1 विकेट गंवा कर 18 रन बना लिए हैं.आज से सुप्रीम कोर्ट में 68 साल पुराने अयोध्या केस की निर्णायक की शुरू होगी सुनवाई
पहली पारी में 373 रनों पर सिमटी श्रीलंका
पहली पारी में श्रीलंका की टीम 373 रन पर ऑल आउट हो गई. श्रीलंका की ओर से कप्तान दिनेश चांडीमल ने सबसे ज्यादा 164 रन बनाए. यह उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी है. चांडीमल ने तीसरे दिन का अंत 147 रनों के साथ किया था. उन्होंने चौथे दिन 130.4 ओवर में मोहम्मद शमी की गेंद पर एक रन लेकर अपने 150 रन पूरे किए. चांडीमल ने अपनी पारी में 361 गेंदों पर 21 चौके और एक छक्का लगाया.
पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने 111 रनों की पारी खेली. वह तीसरे दिन श्रीलंका के दिन के पहले और कुल चौथे विकेट के रूप में आउट हुए थे. मैथ्यूज और चांडीमल ने चौथे विकेट के लिए 181 रनों की साझेदारी करते हुए श्रीलंका संकट से उबारा था.
इस जोड़ी के टूटने के बाद भारतीय गेंदबाजों ने पलटवार करते हुए तीसरे दिन के आखिरी सत्र में पांच विकेट चटका कर मेहमान टीम को बैकफुट पर भेज दिया था. भारत की तरफ से रविचंद्रन अश्विन और ईशांत ने तीन-तीन विकेट लिए. वहीं मोहम्मद शमी, रवींद्र जडेजा को दो-दो विकेट मिले.
श्रीलंका के विकेट्स
श्रीलंका की शुरुआत अच्छी नहीं रही और पहली ही गेंद पर एक विकेट गिर गया. शमी ने दिमुथ करुणारत्ने को ऋद्धिमान साहा के हाथों कैच करा दिया.5.1 ओवर में दूसरा विकेट भी गिर गया. जब इशांत शर्मा ने धनंजय डिसिल्वा को एलबीडब्लू कर दिया.तीसरा विकेट दिलरुवान परेरा (42) का रहा, जब 18.4 ओवर में रवींद्र जडेजा ने उन्हें एलबीडब्लू कर दिया. मैथ्यूज 97.6 ओवर में अश्विन की गेंद पर साहा को कैच देकर आउट हो गए. मैथ्यूज 111 रन बनाकर आउट हुए.
536 रनों पर कोहली ने घोषित की पारी
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने पहली बारी में 7 विकेट पर 536 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर पारी घोषित कर दी थी. भारत ने लिए कप्तान विराट कोहली ने अपने करियर का छठा दोहरा शतक जड़ दिया. भारतीय कप्तान 287 गेंद पर 243 रन (25 चौके) बनाकर आउट हुए. यह उनके करियर का बेस्ट स्कोर था. कोहली के अलावा मुरली विजय ने भी शानदार 155 रनों की पारी खेली थी.
इस टेस्ट के दूसरे दिन भारत की पहली के दौरान श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने 4 बार खेल रुकवाया. उनकी शिकायत थी कि उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है. भारी ड्रामे के बीच भारत ने फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन रविवार को दूसरे सत्र में अपनी पहली पारी सात विकेट पर 536 रनों पर घोषित कर दी. मैदान से जाते वक्त स्टेडियम में मौजूद दर्शकों ने श्रीलंकाई टीम की हूटिंग की और लूजर कहकर उन्हें हूट किया.
कोहली ने तोड़ा लारा का वर्ल्ड रिकॉर्ड
कोहली ने दूसरे दिन 156 रन से आगे खेलना शुरू किया और कुछ ही देर में अपनी छठी टेस्ट डबल सेंचुरी भी पूरी कर ली. इसी के साथ ही उन्होंने कप्तान के तौर पर सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने के मामले में वेस्टइंडीज के दिग्गज ब्रायन लारा के वर्ल्ड रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है. भारतीय कप्तान 287 गेंद पर 243 रन (25 चौके) बनाकर आउट हुए.
इससे पहले नागपुर में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में विराट कोहली ने 5वां दोहरा शतक लगाया था और बतौर कप्तान सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने के मामले में ब्रायन लारा के साथ संयुक्त रूप से पहले नंबर पर पहुंच गए थे. लेकिन दिल्ली में उन्होंने लारा के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया. लारा के नाम बतौर कप्तान टेस्ट में 5 दोहरे शतक हैं.
कोहली का विराट रिकॉर्ड
इस मैच में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में अपने 5000 रन पूरे कर लिए हैं. वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले 11वें भारतीय बल्लेबाज हैं. कोहली ने अपनी 105वीं पारी में यह कारनामा किया. भारत की ओर से सबसे कम पारियों में 5000 टेस्ट रन बनाने का रिकॉर्ड पूर्व दिग्गज सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर के नाम दर्ज है, जिन्होंने 95 पारियों में इस आंकड़े को छुआ है. भारत के लिए कोहली से कम पारियों में 5000 टेस्ट रन गावस्कर के अलावा वीरेंद्र सहवाग (99) और सचिन तेंदुलकर (103) ने बनाए हैं.
टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम पारियों में 5000 रन बनाने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन के नाम है, जिन्होंने सिर्फ 56 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की थी. उनके अलावा टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में कोई बल्लेबाज 90 पारियों में भी 5000 रन नहीं बना पाया है.
मुरली विजय ने बनाए 155 रन
मुरली विजय ने शानदार बैटिंग करते हुए टेस्ट करियर की 11वीं सेन्चुरी लगाई. विजय ने अपनी 155 रनों की पारी में 13 चौके लगाए. इससे पहले नागपुर में हुए सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में भी उन्होंने सेन्चुरी लगाते हुए 128 रन बनाए थे. विजय ने रणजी ट्रॉफी में तमिलनाडु की ओर से खेलते हुए उन्होंने ओड़िशा के खिलाफ कटक में 140 रन बनाकर टेस्ट में वापसी की थी. तब शिखर धवन ने निजी कारणों से नागपुर टेस्ट से छुट्टी ली थी. कुल मिलाकर विजय ने 53 टेस्ट में 11वीं संचुरी बनाई है.
टीम इंडिया के विकेट्स
टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही, और 42 रन के स्कोर पर पहला विकेट गिर गया. 9.6 ओवर में शिखर धवन (23) को दिलरुवान परेरा की गेंद पर सुरंगा लकमल ने कैच कर लिया. भारत को दूसरा झटका 20.2 ओवर में 78 के स्कोर पर लगा. जब लाहिरू गमागे की गेंद पर सदीरा समरविक्रमा ने चेतेश्वर पुजारा (23) को कैच कर लिया.
टीम का तीसरा विकेट 361 के स्कोर पर गिरा जब मुरली विजय (155) को लक्षण रंगीका ने विकेटकीपर डिकवेला के हाथों स्टंप आउट करा दिया. इसके बाद बल्लेबाजी के लिए आए अजिंक्य रहाणे (1) को भी रंगीका ने डिकवेला के हाथों स्टंप आउट करा कर भारत को चौथा झटका दिया. दूसरे दिन लंच से ठीक पहले, रोहित 117.5 ओवर में संदकन की गेंद पर डिकवेला को कैच दे बैठे. इसके बाद रविंचद्रन अश्विन (4) का विकेट गिरा. इसी बीच कप्तान कोहली भी अपने टेस्ट करियर के सर्वश्रेष्ठ स्कोर 243 रनों पर लक्षण संदकन की गेंद एलबीडब्लू करार दे दिए गए.
कंगारुओं के बराबर जा बैठेगा भारत
भारतीय टीम ने कोहली की अगुवाई में पिछली 8 टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज की है और वह दिल्ली टेस्ट जीतकर लगातार 9 टेस्ट सीरीज जीतने के ऑस्ट्रेलिया के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी कर लेगी. 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी ही धरती पर 0-2 से सीरीज गंवाने के बाद विराट ब्रिगेड लगातार 8 टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रचने की दहलीज पर खड़ी है. टीम इंडिया ने इस दौरान भारत में पांच, श्रीलंका में दो और वेस्टइंडीज में एक सीरीज जीती है.
गांगुली के रिकॉर्ड की बराबरी करेंगे कोहली
विराट कोहली के पास इस मैच में जीत के साथ भारत के दूसरे सबसे सफल कप्तान के रूप में सौरव गांगुली की बराबरी करने का मौका है. गांगुली की अगुवाई में भारत ने 49 मैचों में 21 जीत दर्ज की जबकि कोहली की अगुवाई में भारत अब तक 31 मैचों में 20 जीत दर्ज कर चुका है. कप्तान के रूप में इन दोनों से अधिक जीत सिर्फ धोनी (60 मैचों में 27 जीत) के नाम दर्ज हैं.