मसूद का बयान उस समय आया है जब अमेरिकी सरकार ने पाकिस्तान को मिलने वाली सैन्य सहायता को यह कहते हुए देने से मना कर दिया है कि देश बिलियन डॉलर की सहायता के बदले केवल झूठ और धोखा देता है। इस कदम के बाद पाक को मिलने वाली 1.3 डॉलर बिलियन की सहायता को बंद कर दिया है। इसकी वजह से पाकिस्तानी मीडिया में इस मामले पर बातचीत शुरू हो गई है कि क्या देश आतंकी संगठन जैसे की हक्कानी नेटवर्क को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाएगा या नहीं।
जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान में किसी तरह का आतंकी हमला नहीं करता है और देश के अंदर दान संबंधित गतिविधियां करता रहता है। मगर पड़ोसी देश अफगानिस्तान और भारत जैसले दूसरे देशों में होने वाले आंतकी हमलों में इसकी भूमिका रहती है।
बता दें कि मसूद अजहर पाकिस्तान में रहता है और उसे वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव को अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन का समर्थन हासिल था। इस प्रस्ताव को पिछले हफ्ते चीन ने चौथी बार रोक दिया था। हालांकि अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता हीदर नोर्ट ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि हम निश्चित रूप से मानते हैं कि वह एक बुरा व्यक्ति है।
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