लखनऊ: राजधानी लखनऊ के बीकेटी अचरामऊ गांव में रविवार की सुबह एक तालाब की नीलामी को लेकर दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष हुआ। दोनों तरफ से जमकर मारपीट, पथराव, तोडफ़ोड़ व आगजनी की गयी। इस दौरान एक दर्जन से गाड़ी गाडिय़ों को तोड़ दिया गया और उसमें आग लगा दी गयी। इस संघर्ष के दौरन एक दर्जन से अधिक लोग घायल हुए है। पुलिस ने मौके से कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है। मौके पर भारी पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी हालत पर नज़र रखे हुए हैं।
बीकेटी के अचरामऊ गांव में एक तालाब है। बताया जाता है कि यह तालाब दरगाह पीर कमेटी का है। रविवार को कमेटी के लोग तालाब की नीलामी के लिए पहुंच थे। नीलामी में शामिल होने के लिए कई लोग आये हुए थे। नीलामी के दौरान कमेटी ने तालाब को 20 हजार रुपये में एक साल के लिए एक पक्ष को दे दिया। इस बीच दूसरे पक्ष के लोगों ने विरोध किया और ग्राम प्रधान वीरेन्द्र को मौके पर बुला लिया। तालाब की नीलामी की खबर पाकर ग्राम प्रधान अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंच गये। उन्होंने तालाब को नजूल का बताते हुए कमेटी की नीलामी का गलत बताया।
ग्राम प्रधान का कहना था कि तालाब की नीलामी करने का अधिकारी पंचायत का है। प्रधान की इस बात पर कमेटी के लोग भड़क उठे। उनका कहना था कि तालाब कमेटी का है और नीलामी का अधिकर भी उसका है। बस इस बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया। देखते ही देखते विवाद ने उग्र रूप ले लिया। इसके बाद दोनों तरफ से मारपीट व हंगामा शुरू हो गया। इस बीच उपद्रवियों ने वहां मौजूद गाडिय़ों को तोडऩा शुरू कर दिया। अचानक हुई इस घटना से पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गयी। नीलामी में शामिल होने आये लोग अपनी-अपनी जान बचाकर भागने लगे। इस उपद्रव के दौरान हंगामा कर रहे लोगों ने पथराव किया और मौके पर खड़ी एक दर्जन से अधिक बाइकों में आग लगा दी।
देखते ही देखते हालात बद से बदतर हो गये। दोनों पक्ष एक दूसरे के खून के प्यास नज़र आने लगे। आरोप है कि दोनों तरफ से हवाई -फायरिंग भी की गयी। इस उपद्रव के दौरान दोनों पक्षों के एक दर्जन लोगों को चोट भी लगी। आगजनी, तोडफ़ोड़, पथराव व बवाल की सूचना मिलते ही बीकेटी पुलिस सहित चार थानों की फोर्स, सीओ बीकेटी, एसपी ग्रामीण, एसएसपी दीपक कुमार सहित पीएसी बल भी मौके पर पहुंच गया। आगजनी की सूचना पर बीकेटी फायर स्टेशन से दमकल की गाड़ी भी मौके पर पहुंची। पुलिस के पहुंचते ही उपद्रवी वहां से भाग खड़े हुए। पुलिस ने किसी तरह मौके से एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया। भारी पुलिस बल के पहुंचने के बाद उपद्रव शांत हुआ। फिलहाल गांव में तनाव को देखते हुए पीएसी बल को तैनात कर दिया गया है और प्रशासन व पुलिस के अधिकारी मौके पर ही मौजूद हैं।
नीलामी की जानकारी पुलिस व प्रशासन को नहीं थी
गांव के लोगो का कहना है कि तालाब की नीलामी के बारे में न तो पुलिस को पता था और न ही प्रशासन को। अगर पुलिस व प्रशासन को इस बात की जानकारी पहले से होती और वहां पर पुलिस की मौजूदगी होती तो शायद इतनी बड़ी घटना नहीं हो सकती थी। लोगों का आरोप है कि नीलामी जैसी प्रक्रिया में पुलिस व प्रशासन की मौजूदगी होनी चाहिए पर न तो बीकेटी थाने से कोई सिपाही आया और न ही प्रशासन की तरफ से कोई अधिकारी।