उत्तराखंड के नए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को देहरादून के कैंट रोड स्थित अपने अधिकारिक आवास में गृह प्रवेश कर चुके। तो वहीं बंगले में प्रवेश को लेकर राजनीतिक गलियारों में अफवाहों का बाजार गर्म है। क्योंकि सियासी पार्टियां इस बंगले को मनहूस मानती है। कहा जाता है कि अभी तक सूबे के जितने सीएम इस अधिकारिक आवास में रहने आए वह अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सकें।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी इस मनहूस बंगले में रहने के बजाए राज्य सरकार की ओर से मिले एक गेस्ट हाउस में रहते थे। इसलिए त्रिवेंद्र सिंह रावत सीएम आवास में शिफ्ट होने के बाद से अफवाहों का बाजार लगातार तेज है। लेकिन नए सीएम ने इस तरह की किसी भी बात को सिरे से नकार दिया है। और त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शपथ के फौरन बाद ही स्पष्ट कर दिया था कि वो इसी अधिकारिक बंगले में रहेंगे।
सूबे के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नवरात्रि के पहले दिन अधिकारिक बंगले में शिफ्ट होने की तिथी तय की और मुख्यमंत्री ने पत्नी और दोनों बेटियों के साथ बंगले में विधिवत पूजा-अर्चना की। पूजा – अर्चना के दौरान उत्तराखंड कैबिनेट के कई नए मंत्री और पार्टी के लोगों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
हालांकि सीएम रावत ने एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत करते हुए बंगले में वास्तु दोष होने की बात को नकार दिया। तो वहीं सीएम का परिवार 65 कमरों वाले इस बंगले के 5 कमरों का ही इस्तेमाल करेगा। यह आवास लगभग 10 एकड़ में फैला हुआ है। जिसे साल 2010 में 16 करोड़ रुपए खर्च कर बनाया गया था।
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