अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान निगम की टीम को एक भिखारी के सामने से चालीस हजार रुपये की नगदी मिली, जिसे बाद में भिखारी को लौटा दी गई। हुआ यह कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर नगर निगम दस्ते ने हजरतगंज से छत्ते वाले पुल तक अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया।
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इस दौरान क्लार्क होटल के पास वाली सड़क से झोपड़ी, ठेले व गुमटी भी हटाए गए। जोनल अधिकारी अशोक सिंह ने बताया कि जैसे ही दस्ता वहां पर पहुंचा कब्जेदार अपना सामान छोड़कर भाग गए। टीम ने ठेले-गुमटी व वहां पर कबाड़ आदि ट्रक पर लाद लिया।
इसके बाद टीम ट्रक को लेकर गोमती नगर स्थित स्टोर चली गई। वहां जब सामान उतारा गया तो उसमें एक पन्नी की पोटली निकली, जिसमें रुपये भरे थे। इसकी जानकारी अधिकारियों को दी गई। इसके बाद अतिक्रमण हटाओ दस्ते के कर्मचारी वापस मौके पर पहुंचे तो होटल क्लार्क के पास रहने वाला भिखारी राजेंद्र उर्फ सरदारजी परेशान हाल नजर आए।
जब उसके पूछा तो पता चला कि सामान के साथ नगर निगम का दस्ता उनकी वर्षों भीख मांगकर जुटाई रकम भी ले गया। उसके बाद उसे उसके रुपये लौटा दिए गए। पन्नी में चालीस हजार से अधिक रुपये थे। उसमें कुछ पुराने नोट (बंद हो चुके नोट) भी थे। पैसा पाकर भिखारी बहुत प्रसन्न था। वहीं सब इस बात को लेकर हैरान थे कि एक भिखारी चालीस हजार से अधिक रुपये कबाड़ में रखे थे, जिसे देखकर कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता।
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