पंजाब नेशनल बैंक के 11400 करोड़ के स्कैम में मुख्य आरोपी कारोबारी नीरव मोदी के वकील विजय अग्रवाल ने खास बातचीत की. विजय अग्रवाल ने साफ कहा कि इस मामले में नीरव मोदी को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है, वह अभी भारत में नहीं है बल्कि बिजनेस के चक्कर में देश से बाहर गए हैं.
उन्होंने कहा कि इस मामले का अभी तक मीडिया ट्रायल ही चल रहा है, जिस तरह आरुषि, 2जी, बोफोर्स मामले में माहौल बनाया गया. लेकिन खोदा पहाड़ और निकली चुहिया. अग्रवाल ने कहा कि इस मामले में बातों को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया जा रहा है. वकील ने कहा कि मैं अपने क्लाइंट के लिए पत्थर की तरह उन्हें बचाऊंगा और उनसे जुड़ी कोई भी जानकारी नहीं दूंगा.
उन्होंने मामले में चल रही अभी तक की जांच को गलत बताया और कहा कि जांच निष्पक्ष तरीके से नहीं चल रही है. जैसा कि मीडिया में दिखाया जा रहा है कि अभी तक ईडी ने 5600 करोड़ रुपए जब्त कर लिए हैं, यानी उतनी रकम तो वापिस मिल गई है. तो ये पैसे पीएनबी को क्यों नहीं दिए जाते हैं.
जांच में सहयोग करने पर उन्होंने कहा कि अगर जांच सही तरीके से होगी, तो सहयोग भी किया जाएगा. जिस तरह से अभी जांच चल रही है और कंपनी के लोगों को उठाया जा रहा है उस लिहाज में सहयोग कैसे किया जा सकता है.
नीरव मोदी के वकील ने कहा कि अगर 11400 करोड़ देश से बाहर चला गया तो देश में 5600 करोड़ रुपए कैसे जब्त किया गया है. उन्होंने कहा कि ये एजीएम लेवल की ब्रांच है, जिसमें गोकुलनाथ शेट्टी एक मैनेजर था. जिस पैसे की बात कही जा रही है, ये पैसा दूसरों बैंकों ने पीएनबी के अकाउंट से यूज़ किया था. पीएनबी ने भी लगातार इन पैसों से करोड़ों रुपए का ब्याज लिया है. उन्होंने कहा कि ये पूरा मामला पीएनबी की जानकारी में था, जूनियर लेवल का अधिकारी फ्रॉड नहीं कर सकता है.
उन्होंने कहा कि पहले बताया जा रहा था कि इस मामले में सिर्फ एक ही आदमी है, लेकिन अब लगातार कई लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है. जब इससे पहले पीएनबी के पास लगातार डॉलर आ रहे थे तो किसी ने सवाल क्यों नहीं पूछा था.
नीरव मोदी के देश से बाहर जाने की बात पर कहा कि अगर किसी को देश से भागना होगा तो वह 5600 करोड़ रुपए की संपत्ति छोड़ कर क्यों भागेगा. जो भी एलओयू जारी किए गए थे, वो अच्छे टर्नओवर के चलते किए गए थे.
लगातार हो रही है कार्रवाई
आपको बता दें कि इस मामले में सीबीआई ने पंजाब नेशनल बैंक के जनरल मैनेजर रैंक के अधिकारी राजेश जिंदल को गिरफ्तार किया है. यह गिरफ्तारी मंगलवार रात को हुई. जिंदल अगस्त 2009 से मई 2011 के बीच मुंबई में पीएनबी की ब्रैडी हाउस शाखा में ब्रांच हेड के तौर पर कार्यरत थे.
इस मामले की बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है. एक जनहित याचिका में पीएनबी के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई और नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की मांग की गई है. इससे पहले सोमवार को नीरव मोदी का पंजाब नेशनल बैंक को लिखा गया पत्र सामने आया था. ये पत्र 15-16 जनवरी को लिखा गया था जिसमें नीरव मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक को लोन का पैसा चुकाने से साफ इनकार कर दिया है.
नीरव मोदी ने पीएनबी को लिखी इस चिट्ठी में कहा है कि उनके ऊपर बकाया रकम बढ़ाकर बताई गई है. चिट्ठी में ये भी लिखा गया है कि बकाया रकम 5000 करोड़ से कम है. उन्होंने साफ लिखा कि इस घटनाक्रम से उनकी कंपनी की साख गिरी है और उन्हें नुकसान पहुंचा है, इसलिए अब वो इसे चुकाने की स्थिति में नहीं हैं.