विवादों में घिरी संजय लीला भंसाली की ‘पद्मावती’ के लिए राहत भरी खबर है। स्क्रीनिंग को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री ने बड़ा ऐलान किया है। पंजाब सरकार मीडिया पर किसी तरह की सेंसरशिप के विरोध में है।
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मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सभी मीडिया संस्थाओं को एक समान अवसर उपलब्ध कराने की अपनी वचनबद्धता फिर दोहराई है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि राज्य में विवादित फिल्म पद्मावती की स्क्रीनिंग नहीं रोकी जाएगी।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में कंफेडरेशन एंड न्यूज पेपर एंड न्यूज एजेंसी एंप्लाइज आर्गेनाइजेशन की ओर से आयोजित समागम में सीएम ने पद्मावती फिल्म बनाने वालों को दी जा रही धमकियों को गलत बताया। साथ ही कहा कि संबंधित राज्य सरकारों को ऐसी धमकी देने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, उन्हें सलाखों के पीछे बंद कर देना चाहिए।
इतिहास उचित संदर्भ में पेश करें फिल्मकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत आजाद देश है और यहां सभी को अपने व्यापारिक मौके पूरी आजादी के साथ चलाने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि फिल्म बनाने वालों को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए और इतिहास को उचित संदर्भ में पेश करना सुनिश्चित करना चाहिए।
कैप्टन ने कहा कि भिन्न ऐतिहासिक संदर्भ हो सकते हैं, लेकिन पूरी तरह गलत ऐतिहासिक तथ्यों को पेश नहीं किया जाना चाहिए। इस दौर में यह बात और भी जरूरी बन गई है कि ऐतिहासिक तथ्यों को सही तरीके से पेश किया जाए। क्योंकि मौजूदा समय बच्चे पढ़ने की जगह ऑडियो वीडियो माध्यम के द्वारा ज्ञान प्राप्त करते हैं।
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