इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ एक और कड़ा फैसला लिया है। जाहिर है इस फैसले से दोनों देशों के बीच रिश्ते में और खटास आ जाएगी।
कश्मीर सीमा पर भारत और पाक के बीच जारी तनावों के बीच पाक सरकार ने भारत से सब्जियों और सूती कपड़ों के आयात पर रोक लगा दी है। इसके पीछे पाक सरकार ने जो कारण गिनाये हैं वो तर्कपूर्ण नहीं है। इस बात की जानकारी मीडिया रिपोट्र्स के हवाले से दी गई है।
जैव सुरक्षा शर्तों को पूरा नहीं करते भारतीय किसान
पौध संरक्षण विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि वाघा सीमा और कराची बंदरगाह से भविष्य में कृषि वस्तुओं के आयात के लिए परमिट जारी करने पर रोक लगा दी गई है। कपास आयातकों और एजेंटों के कस्टम क्लियरिंग एजेंट्स विभाग ने दावा किया है कि नियंत्रण रेखा के पार तनाव में वृद्धि की वजह से बिना चेतावनी के भारत से कृषि जिंसों का आयात पर बैन लगाया गया है। वहीं पाक राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा और अनुसंधान मंत्रालय डीपीपी के प्रमुख इमरान शमी ने कहा कि पाक सरकार ने अपने किसानों के हित को देखते हुए टमाटर और अन्य ताजा सब्जियों के आयात को तत्काल प्रतिबंधित किया है। भारत से कपास आयात के निलंबन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि हमने इसका आयात बंद नहीं किया गया है। अस्थायी रूप से निलंबित किया गया है क्योंकि भारतीय किसान पाकिस्तान के जैव सुरक्षा शर्तों को पूरा नहीं करते। अगर हमारी बातें गलत साबित हुई तो हम अस्थायी निलंबन को वापस ले लेंगे।
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40 फीसद कॉटन का होता है निर्यात
हालांकि भारत से कपास के आयात न होने घरेलू टेक्सटाईल्स एक्सपोर्टर्स कंपनियों को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। योंकि इसका घरेलू उत्पादन 11.25 मिलियन बेल्स होने की संभावना है जबकि इस इंडस्ट्री को 14 मिलियन बेल्स की आवश्यकता है। इस लिहाज से 3 मिलियन बेल्स कॉटन का आयात भारत से संभव है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो घरेलू बाजार में सूती कपड़ों की कीमतों में बढ़ोतरी से इनकार नहीं किया जा सकता। पाकिस्तान भारत से 2.7 मिलियन बेल्स कॉटन का आयात करता है जो भारत कुल कॉटन एक्सपोट्र्स का 40 फीसद है।