सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्र व प्रदेश में बंदी वाली सरकारें हैं। एक ने नोटबंदी की तो दूसरे ने मेडिकल कॉलेज में समीक्षा की तो ऑक्सीजन बंद हो गया और मेट्रो को झंडी दिखाई तो ट्रेन बंद हो गई।
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समाजवादी पेंशन समेत जनहित की सभी योजनाएं बंद कर दी गईं। भाजपा के खिलाफ लिखने पर पत्रकारों की हत्या हो रही है। सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वालों पर लाठीचार्ज हो रहा है। दोनों सरकारों के पास कोई रोडमैप नहीं है।
अखिलेश रविवार को रामकोला में आयोजित किसान शहीद दिवस रैली को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। अपने संबोधन में उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि नोटबंदी व जीएसएटी से बाजार तबाह हो गया।
समाजवादी एमएलसी के इस्तीफे से सीएम व कई मंत्रियों की कुर्सी बची है। जल्दी ही गोरखपुर के चुनाव में आमना-सामना होगा और वहां सपा कार्यकर्ता जनता को इनकी हकीकत बताएगी।
अखिलेश ने कहा कि गोरखपुर में सपा सरकार की तरफ से 500 बेड वाले बच्चों का अस्पताल बनवाने का कार्य शुरू किया था, जिसे योगी सरकार ने रोक दिया। लोहिया आवास व समाजवादी पेंशन बंद कर दी गई। शिक्षामित्रों को हक मांगने पर जगह-जगह लाठी खानी पड़ रही है।
पूर्व सीएम ने कहा कि चुनाव के दौरान श्मशान व कब्रिस्तान और रमजान व दीपावली की बात करने वाले बताएं कि जानवर अब शहरों में क्यों घूम रहे हैं। यही नहीं कानून-व्यवस्था ये नहीं संभाल पा रहे हैं।
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