अंबाला कैंट स्टेशन से बठिंडा जा रही मालगाड़ी बर्निंग ट्रेन बनने से बच गई। इंजन में लगी आग को बुझाने के लिए एक दर्जन से ज्यादा यंत्र मंगाने पड़े। मालगाड़ी के डीजल इंजन में एकाएक रेलवे यार्ड के निकट आग लग गई। दोपहर साढ़े बारह बजे जैसे ही ट्रेन स्टेशन से रवाना हुई तो इंजन से पहले धुआं निकलने लगा। चालक ने तुरंत मालगाड़ी को रोका, मगर तब तक एकदम इंजन में आग भड़क गई।आखिर कार खुल ही गया ये बड़ा राज… तो इस तरह से कट रहे थे चोटियां और बाल…
चालक व परिचालक ने अग्निशमन यंत्रों से आग बुझाने के प्रयास किए। सूचना मिलते ही मौके पर स्टेशन मैनेजर हंसराज के अलावा इलेक्ट्रिक व सेफ्टी विभाग के अधिकारी पहुंच गए थे। दोपहर बठिंडा जा रही मालगाड़ी के चालक ने यार्ड के करीब इंजन से धुआं उठता हुआ नोटिस किया। उन्होंने तुरंत इंजन रोका, मगर तब तक आग भड़क गई। इंजन से आग की लपटें निकलने लगीं। इसके बाद चालक ने तुरंत कैंट स्टेशन पर घटना की जानकारी दी।
इंजन में मौजूद अग्निशमन यंत्र से आग बुझाने के प्रयास किए गए, मगर इससे बात नहीं बनी। मौके पर पहुंचे रेल कर्मियों ने यार्ड व अन्य स्थानों से अग्निशमन यंत्र लाए गए, इसके अलावा फायर ब्रिगेड भी मौके पर बुलाई गई। इसके बाद ही आग पर काबू पाया जा सका। हादसे की सूचना मिलते ही अंबाला-लुधियाना रेलमार्ग पर परिचालन कुछ समय के लिए रोक दिया गया। खराब इंजन को अलग कर मालगाड़ी को आगे रवाना किया गया। इंजन को अब मरम्मत के लिए डीसीडब्ल्यू पटियाला भेजा जाएगा।