बहुजन समाज पार्टी ने कांग्रेस का दामन थामने वाले नसीमुद्दीन सिद्दीकी की विधानपरिषद सदस्यता को आयोग्य ठहराए जाने की मांग की है. बसपा ने सिद्दीकी की सदस्यता के खिलाफ बुधवार को विधान परिषद के सभापति को बाकायदा आवेदन देकर मांग की है.
बीएसपी कार्यालय द्वारा जारी बयान में राष्ट्रीय महासचिव सतीश चन्द्र मिश्रा और विधान परिषद में पार्टी नेता सुनील कुमार चित्तौड़ ने कहा कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी बहुजन समाज पार्टी की ओर से विधान परिषद के सदस्य के रूप में 23 जनवरी, 2015 को निर्वाचित हुए थे.
चित्तौड़ ने कहा है कि सिद्दीकी ने गत 22 फरवरी को औपचारिक रूप से अपना मूल राजनैतिक दल त्याग कर कांग्रेस की सदस्यताग्रहण कर ली है, जिसकी घोषणा उन्होंने स्वयं अपने बयान में प्रेस कॉन्फ्रेंस में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं प्रिंट मीडिया के समक्ष की है. अतः उन्हें 22 फरवरी से उत्तर प्रदेश विधान परिषद की सदस्यता से अयोग्य माना जाए.
बसपा के बयान में कहा गया कि सिद्दीकी का उपरोक्त आचरण विधिक एवं संवैधानिक रूप से मूल राजनीतिक दल की सदस्यता छोड़ने की बात सिद्ध करता है. इस बीच कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी से जब इस मामले पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें सभापति को बीएसपी द्वारा दिए गए, इस आवेदन के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
बता दें कि बसपा ने इससे पहले सिद्दीकी के पार्टी छोड़ने पर विधान परिषद के सभापति रमेश यादव से उनकी सदस्यता रद्द करने की मांग की थी.सभापति ने इस मांग को पिछले साल नवंबर में खारिज कर दिया था.