केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को आईटीपीबी के जवानों की हौसला बढ़ाने के लिए देश के अंतिम गांव माणा स्थित आईटीबीपी कैंप पहुंचे। यहां जवानों ने गृहमंत्री का जोरदार स्वागत किया। गृहमंत्री ने कहा कि भारत चीन सीमा पर किसी तरह का कोई तनाव नहीं है।अगर प्रशासन पहले एक्शन ले लेता तो नहीं होता मुंबई फुटओवर ब्रिज हादसा…
सीमा पर तैनात जवानों के हौसलों के चलते स्थिति सामान्य है। इस दौरान उन्होंने हिमवीरों की पीठ भी थपथपाई और कहा कि वे विकट परिस्थितियों में सीमा की रक्षा कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कैंप के लिए 39 इंच की एलसीडी मिष्ठान के लिए एक लाख रुपये का चेक भी दिया।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को दोपहर ढाई बजे विशेष विमान से माणा स्थित आईटीबीपी कैंप पहुंचे। यहां जवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे हिमवीरों विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद सीमा की निगहबानी कर रहे हैं।
गृह मंत्री ने आपदा के दौरान आईटीबीपी के रेस्क्यू ऑपरेशनों और अन्य कार्यों की जमकर तारीफ की। उन्होंने बताया कि करीब 36 हजार सैन्य अधिकारियों और जवानों को प्रमोशन का लाभ दिया जा चुका है।
सेना, आईटीबीपी और अन्य सुरक्षा बलों के बेहतर भविष्य की योजनाएं भी तैयार की जा रही हैं। दोपहर बाद 3.45 बजे गृहमंत्री रात्रि विश्राम के लिए बदरीनाथ स्थित ग्रेफ के गेस्ट हाउस पहुंचे।