संघीय संसद ने प्रिंस के चीन के साथ संबंधों को लेकर बेल्जियम के राजकुमार लॉरेट के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है. राजकुमार के मासिक भत्ते में सालभर के लिए कटौती कर दी है. इस प्रतिबंध का सुझाव बेल्जियम के प्रधानमंत्री चार्ल्स मिशेल ने दिया था. पिछले साल चीनी दूतावास के एक स्वागत समारोह में सरकार की इजाजत के बिना पूर्ण नौसेना की वर्दी में प्रिंस पहुंचे थे. इसके बाद संघीय संसद के सांसदों ने तीन लाख 07 हजार यूरे के वार्षिक भत्ते में से 15 फीसद की कटौती के लिए मतदान किया था.
इस तरह से प्रिंस के भत्ते से 46 हजार यूरो की कटौती कर दी गई. प्रधानमंत्री चार्ल्स मिशेल ने राजकुमार को किसी तरह की कूटनीतिक गतिविधि से पहले विदेश मंत्रालय की अनुमति लेने की चेतावनी दी थी. मगर, 54 वर्षीय राजकुमार ब्रसेल्स में चीन के दूतावास के 90वीं एनीवर्सिरी में भाग लेने पहुंचे और वहां से अपनी एक तस्वीर ट्वीट की.
वह राजा फिलिप के छोटे भाई हैं. प्रिंस ने अपने मासिक भत्ते में कटौती को लेकर संसद में मतदान से पहले एक भावनात्मक पत्र लिखा. इसमें उन्होंने कहा कि शाही परिवार की वजह से वह कोई नौकरी नहीं कर सकते हैं. उन्होंने अपने पत्र में वोट को अपनी जिंदगी की परीक्षा बताया और कहा कि यदि सांसद उनके खिलाफ जाते हैं, तो उन्हें काफी नुकसान होगा, जिससे उबरना मुश्किल होगा. प्रिंस को कई बार ‘कर्स्ड प्रिंस’ यानी शापित राजकुमार कहा जाता है. वह डिप्रेशन से गुजर रहे हैं.
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