प्रीति पटेल ने विदेश मंत्रालय को सूचित नहीं करने पर माफी मांगी, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन को पहले से ही इस यात्रा की जानकारी थी। लेबर पार्टी ने इस पर कैबिनेट ऑफिस से जांच की मांग की है।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने पटेल के स्पष्टीकरण का स्वागत किया और कहा कि टेरीजा मे ने पहले हुई एक बैठक में पटेल को मंत्रालय के दायरे में मौजूद दायित्वों का याद दिलाया था।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि उसे शुक्रवार तक पटेल और नेतन्याहू के बीच बैठक की जानकारी नहीं थी, लेकिन साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री का पटेल पर विश्वास अब भी कायम है।
साथ ही उन्होंने कहा टेरीजा मे सरकार की इस वक़्त कमज़ोरी है कि वो रक्षामंत्री सर माइकल फैलन के इस्तीफ़े के बाद एक और मंत्री को खोना नहीं चाहती और इसका पटेल को फ़ायदा मिल सकता है।
बीबीसी ने शुक्रवार को बताया था कि अगस्त में एक पारिवारिक छुट्टियों के दौरान पटेल ने बिज़नेस और राजनीतिक शख़्सियतों के साथ कई गोपनीय बैठकें की थीं।
पटेल के साथ इसराइली कंजर्वेटिव के एक प्रभावशाली समर्थक और लॉबीइस्ट लॉर्ड पोलाक भी शामिल थे, लेकिन इन बैठकों में कोई राजनयिक मौजूद नहीं थे।
इसराइली प्रधानमंत्री से भी मिलीं पटेल
इसराइल का लंबे समय से समर्थक रहीं और इसराइल कंजर्वेटिव फ्रेंड्स की पूर्व उपाध्यक्ष प्रीति पटेल ने अपना बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने अपने अवकाश के लिए खुद भुगतान किया है।
पटेल ने कहा कि इसराइल में होने के कारण दोनों देशों के बीच संबंधों के निर्माण के उद्देश्य से लोगों और संस्थाओं से मुलाक़ात की। उन्होंने ‘द गार्डियन’ से यह भी कहा कि विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन को इस यात्रा की जानकारी थी, हालांकि विदेश विभाग नहीं जानता था।’
अपनी स्थिति को स्पष्ट करते हुए पटेल ने कहा कि इस यात्रा पर उन्होंने 12 बैठकें कीं और इस दौरान प्रधानमंत्री नेतन्याहू से मुलाकात कर उनकी ब्रिटेन यात्रा के साथ ही इसराइल की घरेलू राननीति और यूके-इसराइल संबंधों पर भी चर्चा की।
पटेल ने कहा कि उन्होंने इसराइल सरकार के अन्य वरिष्ठ लोगों से भी मुलाक़ात की थी, जिसमें इसराइली मंत्री इर्डेन और विदेश मंत्रालय के अधिकारी युवल रोटम भी शामिल थे।