लखनऊ: यूपी में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलता नजर आ रहा है। उन्नाव से सांसद साक्षी महाराज ने बयान दिया है कि यूपी का अगला सीएम पार्टी से किसी दलित नेता को होन चाहिए। यूपी चुनावों में भाजपा ने किसी को सीएम प्रोजेक्ट नहीं किया है। सवाल उठता है कि पार्टी अपने दम पर सरकार बनाने की स्थिति में रही तो सीएम कौन बनेगा?
चुनाव प्रचार के दौरान केशव प्रसाद मौर्य, राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ के नाम सामने आ चुके हैं। तीनों ही नेता इस बारे में पहले ही कह चुके हैं कि सीएम को तय करने का काम केन्द्रीय टीम करेगी। उसका जो भी फैसला होगा सभी को मानना होगा।
सीएम के संभावित चेहरे
केशवप्रसाद मौर्यद्ध
पीएम मोदी और भाजपा के राष्टïीय अध्यक्ष अमित शह के बहेद करीबी माने जाने वाले प्रदेश अध्सक्ष केशव प्रसाद मौर्य का नाम सबसे आगे है। उसके पीछे जो सबसे बड़ी वजह से कि वह खुद दलित समाज से आते हैं। इसके अलावा उनकी छवि साफ. सुथरी है, वह ओबीसी हैं और संघ से पुराना नाता तो है ही।
राजनाथ सिंह, मनोज सिन्हा व दिनेश शर्मा
इनके अलावा गृहमंत्री राजनाथ सिंह, रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा या लखनऊ के मेयर दिनेश शर्मा में से किसी को सीएम बनाकर पार्टी चौंका भी सकती है। राजनाथ सिंह पहले भी यूपी के सीएम रह चुके हैं। वहीं मनोज सिन्हा खुद यूपी से हैं और मेयर दिनेश शर्मा की लखनऊ में अच्छी छवि है और पार्टी के संगठन में उसकी काफी पहचान है।
योगी आदित्यनाथ
गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ को भी सीएम का चेहरा बताया जा रहा है, पर उनको लेकर पार्टी में मतभेद हो सकता है। योगी हमेशा से भाजपा के फायर ब्राण्ड नेता रहे हैं और अपने बयानों को लेकर वह खासे लोकप्रिय भी हैं।
श्रीकांत शर्मा
युवा चेहरों में श्रीकांत शर्मा का नाम भी शामिल है जो मथुरा से भाजपा प्रत्याशी हैं और जिनकी जीत तय मानी जा रही है। श्रीकांत को मोदी और शाह का करीबी बताया जाता है। शाह ने श्रीकांत के लिए रैलियां की हैं।